गेंद से छेड़छाड़ के प्रभाव को कम करने के लिए अधिक काम जरूरत थी: लेहमन
रिपोर्ट में कहा गया है कि बोर्ड इस तरह की घटना को होने से रोक सकता था।
नई दिल्ली, जेएनएन। गेंद से छेड़छाड़ विवाद के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया में लगातार उथल-पुथल का दौर जारी है। टीम अपने बुरे दौर से गुजर रही है। टीम के पूर्व कोच डेरेन लेहमन का मानना है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को गेंद से छेड़छाड़ के प्रभाव को कम करने के लिए अधिक काम करने की जरूरत है।
लेहमन ने कहा, 'क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इस घटना के सामने आने के बाद इसके प्रभाव को कम करने के लिए थोड़ा ज्यादा काम करना चाहिए था। मैंने लोगों को इस घटना के बारे में बात करते देखा। अब भी लोग इस बारे में बात कर रहे हैं।
मुझे नहीं लगता कि किसी को पता होगा कि इससे जुड़े लोगों की जिंदगी घटना के बाद पर्दे के पीछे कितनी प्रभावित हुई है, लेकिन ये एक ऐसी चीज है जिससे हमें गुजरना ही होगा। परिवार और दोस्तों की मदद से मैं इससे बाहर आ पाया हूं। मेरे लिए अब सब कुछ ठीक है। वह बुरा वक्त था।' उन्होंने कहा, 'हर किसी की जिंदगी में बुरा और अच्छा वक्त आता है।
मुझे पता है कि गेंद से छेड़छाड़ से जुड़े तीनों किरदारों के जीवन में भी काफी बुरा समय रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि उन्हें इससे उबरने में सही मदद मिलेगी। उन्हें इससे भी ज्यादा मदद दी जानी चाहिए थी।' गेंद से छेड़छाड को लेकर की गई स्वतंत्र जांच की रिपोर्ट में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की प्रणाली पर सवाल उठाए गए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि बोर्ड इस तरह की घटना को होने से रोक सकता था। उन दिनों कुछ खिलाडि़यों ने टीम स्टाफ को गालियां भी दी थी। हालांकि लेहमन ने इससे सिरे से खारिज किया।