साउथ अफ्रीका दौरा स्थगित करने के बाद हो रही आलोचना, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का आया बयान
हॉकले ने कहा हमने सीरीज की मेजबानी करने की पेशकश की थी लेकिन सीएसए ने स्पष्ट कर दिया कि उसकी अन्य प्रतिबद्धताएं हैं क्वारंटाइन का मसला है जिससे यह संभव नहीं है। हम आगामी महीनों में इस पर काम करेंगे ताकि हम सीरीज का फिर से कार्यक्रम तय कर सकें।
मेलबर्न, पीटीआइ। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार को कोविड 19 के खतरे को देखते हुए टीम का साउथ अफ्रीका दौरा स्थगित करने का फैसला लिया। दौरा स्थगित किए जाने के बाद से ही लगातार पूर्व दिग्गजों के बयान आ रहे हैं। इंग्लैंड के दो पूर्व कप्तान केविन पीटरसन और माइकल वॉन ने सवाल किया था कि अगर यह दौरा भारत का होता तो क्या फिर भी इसे स्थगित किया जाता।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) निक हॉकले ने दौरे को स्थगित किए जाने पर कहा कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए वहां का दौरा स्थगित करने का फैसला करने से पहले सभी संभव विकल्पों पर विचार किया, जिनमें सीरीज की मेजबानी करने की पेशकश भी शामिल थी।
सीए ने मंगलवार को कहा था कि उसे दक्षिण अफ्रीका में महामारी के कारण स्वास्थ्य और सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए अगले महीने के दौरे को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इससे वह इस साल के आखिर में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से भी लगभग बाहर हो गया। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने दौरा स्थगित होने पर बेहद निराशा जताई थी जिसके बाद हॉकले को स्पष्टीकरण देना पड़ा।
हॉकले ने कहा, 'हमने सीरीज की मेजबानी करने की पेशकश की थी, लेकिन सीएसए ने स्पष्ट कर दिया कि उसकी अन्य प्रतिबद्धताएं हैं और इसके अलावा क्वारंटाइन का मसला है जिससे यह संभव नहीं है। हम आगामी सप्ताहों और महीनों में इस पर काम करेंगे, ताकि हम सीरीज का फिर से कार्यक्रम तय कर सकें। हमने मेजबानी का औपचारिक प्रस्ताव रखा था, लेकिन सीएसए ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी और हम उसका सम्मान करते हैं।'
हॉकले ने कहा कि वह दौरा स्थगित होने के परिणामों से अवगत थे, लेकिन खिलाडि़यों और सहयोगी स्टाफ के सर्वश्रेष्ठ हित में यह फैसला किया गया। उन्होंने कहा, 'हम सभी नियमों के बारे में जानते थे और यही कारण था कि यह फैसला करना बेहद मुश्किल रहा। हमने दौरा जारी रखने के लिए हर संभव प्रयास किए, लेकिन आखिर में हमने चिकित्सा दल की सलाह मानी। हमने खिलाडि़यों के संघ से लंबी बातचीत की। मैंने कोच से बात की। खिलाड़ी वास्तव में निराश हैं। वे क्रिकेट खेलना चाहते हैं। वे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में खेलना चाहते हैं। वे टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहते हैं। वे भारत के खिलाफ हाल की सीरीज के बाद फिर से मैदान पर उतरना चाहते हैं।'