Indian Premier League की जगह ChinesePremierLeague हो रहा ट्रेंड, BCCI पर भड़के लोग
चीनी मोबाइल कंपनी वीवो को टूर्नामेंट का प्रायोजक बनाए रखा जाएगा इस बात पर आम सहमति बनी। इस फैसले के सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग भड़के हुए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की गवर्निंग काउंसिल में इंडियन प्रीमियर लीग के प्रायोजक पर फैसले हुआ। चीनी मोबाइल कंपनी वीवो को टूर्नामेंट का प्रायोजक बनाए रखा जाएगा इस बात पर आम सहमति बनी। इस फैसले के सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर लोग भड़के हुए हैं।
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर रिश्ते में आई कड़वाहट के बाद लोगों ने चीन के सामान का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। ट्विटर पर इंडियन प्रीमियर लीग की जगह लोगों ने चीन प्रीमियर लीग को ट्रेंड करना शुरू कर दिया।
Just For getting money, they can cross any limit.
#ChinesePremierLeague#ChinesePremierLeague#ChinesePremierLeague pic.twitter.com/zFPNXgc0cw— Bhupendra SIngH (@Bhup_sa1999) August 4, 2020
एक तस्वीर पोस्ट करते हुए सीमा पर शहीद हुए जवानों की याद दिलाते हुए इस पोस्ट को किया गया। एक फैन ने लिखा, सिर्फ पैसे के लिए ये लोग किसी भी हद को पार कर सकते हैं।
Stop Anti national #ChinesePremierLeague
Sack #JayAmitShah From #BCCI
India Can't Accept And Tolerate#IPL With Chinese Companies Sponsorship ...Being An Enemy (Aggressor ) Country..#bcci_चाइनीज़_प्राचार_बन्द_करो https://t.co/j41dp9MIsp" rel="nofollow— Ajay 1712 (@ASg1956) August 4, 2020
एक फैन ने लिखा, भारत इस तरह की चीजों को बर्दास्त नहीं करेगा और ना ही स्वीकार करेगा। जय शाह को बीसीसीआई से बर्खास्त करो।
Two things ???
1) Downloading an app is anti-national !!!
2) Enjoying IPL from Chinese sponsors is Act of National Interest !!!
#ChinesePremierLeague pic.twitter.com/Yx5fjpbtse— Deshbhakta (@Pravin44473350) August 4, 2020
एक फैन ने लिखा, चीनी एप को डाउनलोड करना राष्ट्र विरोधी है लेकिन चीन के प्रायोजक के आईपीएल का मजा उठाना देश हित में है।