इन सीनियर खिलाड़ियों के सालाना करार पर BCCI ले सकती है फैसला, खराब प्रदर्शन के बाद उठे करियर पर सवाल
बीसीसीआइ के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआइ से बताया इसमें तो किसी तरह का कोई शक ही नहीं है कि रोहित कोहली और बुमराह तीनों ही फार्मेट के मुख्य खिलाड़ी हैं तो उनका नाम ए प्लस की श्रेणी में होना ही है।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के दो अनुभवी खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के करियर को लेकर काफी चर्चा हो रही है। ये दोनों ही खिलाड़ी पिछले काफी समय से लगातार फ्लाप चल रहे हैं। एक दो पारी में रन बनाने के बाद यह आगे की कई पारियों में नाकाम रह रहे हैं। ऐसे में इस साल बीसीसीआइ से सालाना करार में उनको झटका लगना तय माना जा रहा है।
बीसीसीआइ के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआइ से नाम जाहिर ना करने की शर्त से बताया, "इसमें तो किसी तरह का कोई शक ही नहीं है कि रोहित, कोहली और बुमराह तीनों ही फार्मेट के मुख्य खिलाड़ी हैं तो उनका नाम ए प्लस की श्रेणी में होना ही है। लेकिन अब राहुल और पंत भी धीरे धीरे अपने आप को तीनों ही फार्मेट में खुद को स्थापित करते जा रहा हैं इसी वजह इस बात पर विचार किए जाने की जरूरत है कि क्या इनको प्रमोशन दिया जा सकता है या नहीं।"
पुजारा और रहाणे पर बात करते हुए उन्होंने कहा, "जो सालाना करार होता है वह इस बात की तस्वीर पेश करता है कि पिछले सीजन में आपका प्रदर्शन किस तरह का रहा। अगर जो बीसीसीआइ और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ इन दोनों ही खिलाड़ी को इस बात का सम्मान देना चाहते हैं और उनको ग्रुप ए में बनाए रखे तो अलग बात है लेकिन मौजूदा हालात को देखें तो फिर साधारण तौर पर ग्रुप ए में उन दोनों का बना रहना तो मुश्किल है।"
ऐसा ही कुछ चोट की वजह से लगातार टीम से अंदर बाहर होते रहे आल राउंडर हार्दिक पांड्या और तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का भी हाल है। इन दोनों ही खिलाड़ियों को भी ग्रुप ए की श्रेणी से बाहर कर बी में डाला जा सकता है। इसी तरह से अगर अच्छे प्रदर्शन पर ध्यान दें तो शार्दुल ठाकुर ने पिछले सीजन में टेस्ट में प्रभाव छोड़ा और उनको ग्रुप ए में जगह दी जा सकती है। वहीं मोहम्मद सिराज ने भी काफी अच्छा खेल दिखाया है। वहीं हनुमा विहारी और शुभमन गिल ने भी मिले मौके पर खुद को साबित किया है।
गौरतलब है बीसीसीआइ के ए प्लेस श्रेणी में आने वाले खिलाड़ियों को सालाना 7 करोड़ रुपये की राशि दी जाती है। ए श्रेणी में आने वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये, बी श्रेणी के खिलाड़ियों को 3 करोड़ और सी श्रेणी में रखे जाने वाले खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये मिलते हैं।