विराट कोहली आज जहां हैं, बाबर आजम को वहां पहुंचने में 5 साल लगेगा- पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच
इंग्लैंड दौरे के लिए पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच बनाए गए यूनिस खान ने कहा कोहली जहां आज हैं और जो उन्होंने हासिल किया है बाबर को वहां पहुंचने में पांच साल लगेंगे।
लाहौर, आईएएनएस। इंग्लैंड दौरे के लिए पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बल्लेबाज कोच बनाए गए पूर्व कप्तान यूनिस खान ने बाबर आजम की तुलना विराट कोहली से करने पर अपनी राय दी है। उनका कहना है कि पाकिस्तान के वनडे और टी20 कप्तान को अभी कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करनी है। उनको भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर या पूर्व पाकिस्तानी कप्तान मियांदाद जैसा बनने के लिए वक्त की जरूरत है।
पाकिस्तान की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन और सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले यूनिस की चाहत है कि बाबर उनको पीछे छोड़ दें और रिकॉर्ड पर अपना नाम लिख दें। "मुझे यह देखकर काफी खुशी होगी कि बाबर अपने करियर में बड़ी उपलब्धियां हासिल करें और वो लीजेंड बने। मैं उनको मुझे पीछे छोड़कर मेरे रिकॉर्ड को तोड़ते देखना चाहूंगा।"
पाकिस्तान क्रिकेट टीम का बल्लेबाजी कोच बनने पर उन्होंने कहा, "मैं इस बात को पक्का करता हूं कि आपको मेरे साथ किसी तरह के ईगो (अहम) की परेशानी नहीं आएगी। मैंने हमेशा ही माना है कि आपका ईगो प्रदर्शन में झलकना चाहिए ना कि व्यवहार में। सालों साल मैंने अपनी आक्रामकता पर काबू कर विनम्र बनने की कोशिश की है और ज्यादा से ज्यादा देना सीखा है।"
"मैं एक ऐसा इंसान हूं जो सम्मान पाना चाहता है और जो सबकुछ सफेद और काला देखता है। मैं जानना चाहूंगा कि मेरा क्षेत्र क्या है और मुझे क्या करने की जरूरत है। जब मैं पीसीबी द्वारा इन सभी चीजों को लेकर आश्वस्त हो गया तभी इस चुनौती को स्वीकार किया है।"
विराट से बाबर की तुलना 5 साल बाद करना सही होगा
"मुझे यह तुलना पसंद नहीं है। कोहली की तरफ देखिए इस वक्त वह इस खेल की शिखर पर हैं। बिना किसी शक के वो इस वक्त दुनिया के टॉप बल्लेबाज हैं और उन्होंने तीनों ही फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है। बाबर ने भी हालिया दिनों में सभी फॉर्मेट में प्रदर्शन किया है लेकिन जिस तरह से मैं इसको देखता हूं वहां से कोहली जहां आज हैं और जो उन्होंने हासिल किया है बाबर को वहां पहुंचने में पांच साल लगेंगे।"
"मैं कहना चाहता हूं कि चार पांच साल के बाद अगर हम तुलना करेंगे तो यह ज्यादा सही रहेगा। मुझे नहीं लगता उनके उपर इतना सारा दबाब बनाना सही रहेगा। हमें उनको आजादी और वक्त देने की जरूरत है अगर वह ऐसे ही खेलते रहे तो शायद महान बल्लेबाज जैसे सचिन तेंदुलकर और जावेद मियांदाद जैसे हो पाएं।"