Asia Cup: केदार जाधव ने बताया कैसे धौनी के इस एक फैसले ने बदली उनकी ज़िंदगी
केदार जाधव ने पाकिस्तान के खिलाफ 9 ओवर में 23 रन देकर तीन विकेट लिए। ये गेंदबाज़ी करते हुए केदार जाधव का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
नई दिल्ली, जेएनएन। एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में केदार जाधव ने तीन विकेट चटकाकर पाकिस्तान की कमर ही तोड़ दी थी। इस मैच में केदार ने पाकिस्तानी कप्तान सरफराज़ अहमद के साथ-साथ आसिफ अली और शादाब खान के भी विकेट चटकाए। जाधव की इन तीन अहम विकेटों की वजह से ही पाकिस्तान की टीम 162 रन के स्कोर पर ऑलआउट हो गई थी। मैच के बाद जाधव ने अपनी गेंदबाज़ी को लेकर कुछ राज़ खोले और साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे धौनी के एक फैसले ने उनकी पूरी ज़िंदगी ही बदल दी।
जाधव का गेंदबाज़ी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
केदार जाधव ने पाकिस्तान के खिलाफ 9 ओवर में 23 रन देकर तीन विकेट लिए। ये गेंदबाज़ी करते हुए केदार जाधव का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। इससे पहले जाधव का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पांच ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट था। ये काम उन्होंने 2016 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ किया था, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने 23 रन देकर तीन शिकार किए।
धौनी के इस फैसले ने बदली ज़िंदगी
पाकिस्तान के खिलाफ शानजार प्रदर्शन करने के बाद चारों तरफ सिर्फ केदार जाधव की गेंदबाजी की ही चर्चा हो रही है। जिस तरह से उन्होंने अपने अजीबोगरीब एक्शन से पाकिस्तानी बल्लेबाजों को परेशान किया वो चर्चा का विषय बना हुआ है। जाधव ने बताया कि कैसे धौनी के एक फैसले ने उनकी पूरी ज़िंदगी बदल दी। जाधव ने कहा कि 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ धौनी ने मुझसे गेंदबाजी करने को कहा, 'तब से एक खिलाड़ी के तौर पर मेरी पूरी जिंदगी ही बदल गई।' धौनी की वजह से ही आज वो इतने अच्छे पार्ट टाइम गेंदबाज बन गए हैं।
जाधव ने कहा कि वो सही ठिकाने पर गेंदबाजी करने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा जब फील्डर नजदीक हों तो बल्लेबाज पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप अपने प्लान के मुताबिक गेंदबाजी करेंगे तो उसका रिजल्ट अपने आपको मिलेगा।
ये है जाधव की सफलता का राज़
जाधव ने अपनी गेंदबाजी को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने बताया कि नेट में वो ज्यादा गेंदबाजी नहीं करते हैं। सिर्फ कुछ ही ओवर वो नेट में डालते हैं। जाधव का कहना है कि अगर वो नेट में गंभीर होकर ज्यादा गेंदबाजी करने लगेंगे तो जो उन्हें आता है वो भी भूल जाएंगे। इसलिए मैं अपनी लिमिट के अंदर रहता हूं।