धौनी या गांगुली नहीं, ये थे पूर्व भारतीय ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर के पसंदीदा कप्तान
भारत के लिए आइसीसी विश्व कप जीतने वाले धौनी भी गंभीर के पसंदीदा कप्तान नहीं थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए गौतम गंभीर का योगदान काफी अहम रहा। गंभीर ने टीम इंडिया के लिए कई यादगार पारियां खेलीं जिसे शायद ही भूला जा सकता है। खासतौर पर टी20 विश्व कप 2007 के फाइनल और आइसीसी विश्व कप 2011 में फाइनल मैच की पारी। इस दोनों विश्व कप की जीत में उन्होंने भारत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। गंभीर ने कई कप्तानों की कप्तानी में भारत के लिए खेला और अब जाकर उन्होंने बताया कि कौन उनके पसंदीदा कप्तान रहे।
वर्ष 2003 में जब गंभीर ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट का आगाज किया उस वक्त टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली थे। इसके बाद वो द्रविड़, धौनी, कुंबले जैसे कप्तानों की कप्तानी में भी खेले। अब इन सबमें उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के महान पूर्व स्पिनर अनिल कुंबले को अपना सबसे पसंदीदा कप्तान बताया है। कुंबले ने ज्यादा दिनों तक टीम की कप्तानी नहीं की लेकिन गंभीर के मुताबिक उन्हें उनसे काफी कुछ सीखने का मौका मिला। वर्ष 2007 में जब द्रविड़ ने टीम की कप्तानी छोड़ी थी तब कुंबले को टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था। वो किसी टीम का कप्तान बनने वाले दुनिया के पहले लेग स्पिनर थे।
गंभीर ने कहा कि एक लीडर और कप्तान बनने में काफी फर्क है। मैं अपने क्रिकेट करियर के दौरान कई कप्तानों की कप्तानी में खेला, लेकिन उन सबमें अगर बात करें सबसे ईमानदार और शानदार कप्तान की जिनके साथ खेलकर मैंने काफी कुछ सीखा तो वो कुंबले थे। कुंबले सही मायने में लीडर थे। मैंने उनकी अगुआई में पांच टेस्ट मैच खेले। मैंने श्रीलंका में वापसी की थी जहां मेंडिस और मुरली का दबदबा था और फिर मैंने घर में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेली। उस दौरान मैंने उनसे काफी कुछ सीखा। वो खुद अपने खेल को लेकर बहुत ईमानदार थे।
अनिल कुंबले ने भारतीय जमीन पर 7 मैचों में भारतीय टीम की अगुवाई की थी इनमें से टीम इंडिया ने एक मैच जीता जबकि पांच मैच ड्रॉ रहे। वहीं, विदेशी जमीन पर कुंबले की अगुवाई में टीम इंडिया ने 7 मैच खेले जिसमें भारत ने दो मैच जीते और चार मैचों में हार मिली थी।