सचिन तेंदुलकर ने बताया, अजिंक्य रहाणे में भी है कोहली के कप्तानी वाली एक बात, अच्छी कप्तानी करेंगे
32 वर्षीय रहाणे का कप्तान के रूप में शत-प्रतिशत रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने अब तक दो टेस्ट मैचों की भारत की कप्तानी की है और इनमें से एक जीत उन्होंने 2017 में धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही दर्ज की थी।
नई दिल्ली, आइएएनएस। भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में हार का सामना करना पड़ा। एडिलेड में खेला गया यह डे नाइट टेस्ट मैच कप्तान विराट कोहली का इस दौरे पर आखिरी मुकाबला था। बच्चे के जन्म के लिए उन्होंने पहले ही बीसीसीआइ से छुट्टी ले ली थी। अब बाकी के तीन टेस्ट में टीम की कमान अजिंक्य रहाणे के हाथों में रहेगी।
रहाणे ने इससे पहले अफगानिस्तान के खिलाफ 2017 में खेले टेस्ट में भारतीय टीम की कमान संभाली थी। उनकी कप्तानी को लेकर दिग्गज अपनी राय दे रहे हैं और इसी कड़ी में भारत के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी शामिल हैं। उन्होंने कहा है कि अजिंक्य रहाणे शांत स्वभाव के हैं और उनके इस स्वभाव से उनकी कमजोरी उजागर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि रहाणे भी कप्तान कोहली की तरह ही बतौर कप्तान आक्रामक होते हैं।
32 वर्षीय रहाणे का कप्तान के रूप में शत-प्रतिशत रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने अब तक दो टेस्ट मैचों की भारत की कप्तानी की है और इनमें से एक जीत उन्होंने 2017 में धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही दर्ज की थी।
तेंदुलकर ने कहा, 'अजिंक्य पहले भी भारत की कप्तानी कर चुके हैं और उनके शांत रहने का मतलब यह नहीं है कि वह आक्रामक नहीं है। आक्रामकता दिखाने का हर किसी का अपना अलग-अलग तरीका होता है। कोई आक्रामकता नहीं दिखाता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह आक्रामक नहीं है। उदाहरण के लिए चेतेश्वर पुजारा, वह काफी शांत स्वभाव के हैं, लेकिन उनकी शारीरिक भाषा खेल पर होती है। इसका मतलब यह नहीं कि पुजारा किसी से कम है।'
47 वर्षीय तेंदुलकर ने कहा कि कप्तान के रूप में रहाणे की रणनीति कोहली से अलग हो सकती है, लेकिन उनका और उनकी टीम का एक ही लक्ष्य होगा, मैच जीतना।