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आकाश चोपड़ा ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए ICC को दिए ये 2 बड़े सुझाव, आप भी होंगे सहमत

पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने आइसीसी को सुझाव दिया है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अंकतालिका में शीर्ष पर रहने वाली टीम को टूर्नामेंट के फाइनल की मेजबानी मिलनी चाहिए जबकि टॉस की जगह मेहमान टीम के पास बैटिंग या बॉलिंग चुनने का अधिकार मिले।

By Vikash GaurEdited By: Published: Thu, 01 Jul 2021 02:12 PM (IST)Updated: Thu, 01 Jul 2021 02:12 PM (IST)
आकाश चोपड़ा ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए ICC को दिए ये 2 बड़े सुझाव, आप भी होंगे सहमत
WTC के फाइनल की मेजबानी का फैसला अभी होना है

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने पहले वर्ष की सफलता के बाद दूसरे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र के कार्यक्रम की घोषणा की है। न्यूजीलैंड की टीम को आइसीसी विश्व टेस्ट चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है। हालांकि, WTC के पहले सत्र के रास्ते में कुछ गड़बड़ियां थीं, जिसके बारे में ICC को सोचना होगा। इस बीच भारतीय टीम के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने आइसीसी को सलाह दी है कि WTC के फाइनल की मेजबानी किसे करनी चाहिए।

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आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा, "एक दो सुझाव हैं। आप और कुछ नहीं बदल पाएंगे, क्योंकि आप पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि केवल छह सीरीज होंगी और होम एंड अवे का वेटेज समान होगा, लेकिन फाइनल के लिए मेरा एक सुझाव है। डब्ल्यूटीसी तालिका में शीर्ष पर रहने वाली टीम को फाइनल की मेजबानी करनी चाहिए।" विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की मेजबानी इंग्लैंड को मिली थी। हालांकि, न्यूजीलैंड और भारत के लिए ये न्यूट्रल वेन्यू हो गया था, क्योंकि दोनों ने अंकतालिका में टॉप 2 पर खत्म किया था।

क्रिकेटर से कमेंटेटर बने इस खिलाड़ी का मानना है कि अगर आइसीसी विजेता का निर्धारण करने के लिए केवल एक फाइनल का फैसला करती है तो उसे शीर्ष पर आने वाली टीम को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की मेजबानी देनी चाहिए। अगर आइसीसी तय करती है कि उसके तीन फाइनल होंगे, तो वह किसी भी मेजबान देश के साथ रह सकता है। उनका कहना है, "यदि आपके पास तीन मुकाबले हैं, यह बहुत अच्छा है, तो आप इसे कहीं भी आयोजित कर सकते हैं, लेकिन एक फाइनल के केस में टेबल टॉपर को मेजबानी मिलनी चाहिए।"

आकाश चोपड़ा का ये भी मानना है कि मेहमान टीम को पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी के बारे में फैसला करने का अधिकार दिया जाना चाहिए। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज ने मेहमान टीम को यह तय करने का मौका देने पर जोर दिया कि वे गेंदबाजी करना चाहते हैं या बल्लेबाजी करना चाहते हैं। उन्होंने यह कहते हुए निष्कर्ष निकाला कि मेजबान देश को डब्ल्यूटीसी फाइनल का मंचन करने का मौका मिलने से भीड़ भी बड़ी संख्या में अपनी टीम का समर्थन करने के लिए आएगी।


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