आकाश चोपड़ा का दावा, भारतीय टीम के इस खिलाड़ी को दुखी होने का पूरा अधिकार है
पूर्व भारतीय टेस्ट ओपनर आकाश चोपड़ा ने साउथ अफ्रीका के दौरे पर टीम के साथ गए हनुमा विहारी को लेकर कहा है कि उनको पूरा अधिकार दुखी होने का है क्योंकि उनके साथ जो हो रहा है वो इससे खुश नहीं होंगे।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और क्रिकेट एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा का कहना है कि साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाले आखिरी दो टेस्ट मैचों में मध्य क्रम में हनुमा विहारी को मौका मिलना चाहिए। हनुमा विहारी ने भारत के लिए आखिरी मैच जनवरी 2021 में सिडनी में खेला था और टीम इंडिया की हार को उन्होंने टाला था। इसके बाद वे चोट के कारण टीम से बाहर हो गए, लेकिन फिर उनको कहीं भी मौका नहीं मिल सका।
हनुमा विहारी को चयन समिति ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज से बाहर कर दिया था और उन्हें साउथ अफ्रीका के दौरे पर इंडिया ए के साथ भेजा था, जहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन 28 वर्षीय खिलाड़ी को पहले टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिला। यही कारण है कि आकाश चोपड़ा कहते हैं कि हनुमा विहारी को हर एक अधिकार निराश होने का है। उन्होंने हैमस्ट्रिंग इंजरी के बावजूद इंडिया के लिए सिडनी टेस्ट मैच बचाया था।
अपने यूट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने कहा, "वह दुखी होगा। सच कहूं तो मैं अभी हनुमा विहारी नहीं बनना चाहता, क्योंकि आप मुझे घर पर मैच नहीं खिलाते। पिछली बार जब मैं भारत के लिए खेला था, तो मेरी हैमस्ट्रिंग इंजरी थी, लेकिन इसके बावजूद मैंने सिडनी में बल्लेबाजी की और भारत के लिए मैच बचाया। उसके बाद जब घर में मैच होते हैं तो आप मुझसे नहीं खिलाते। आप घर पर किसी और के साथ खेलते हैं और मुझसे कहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका जाकर तैयार हो जाओ और वे मुझे वहां खिलाएंगे। मैं दक्षिण अफ्रीका जाता हूं और तैयार भी हो जाता हूं, कड़वा घूंट पीकर रन बनाता हूं, लेकिन फिर भी आप मुझे नहीं खिलाते। यदि आप मेरे साथ नहीं खेलना चाहते हैं, तो आप मेरे साथ क्या कर रहे हैं?"
चोपड़ा का दावा है कि उन्हें यकीन है कि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने विहारी को स्थिति समझा दी है। हालांकि, चोपड़ा को लगता है कि विहारी को स्थिति से नाखुश होने का पूरा अधिकार है और कोई भी यह महसूस नहीं कर सकता कि वह इस समय क्या सोच रहे होंगे। उन्होंने कहा, "उसे दुखी होने का पूरा अधिकार है। मुझे यकीन है कि राहुल द्रविड़ ने उनसे बात की होगी, कोहली ने भी उनसे बात की होगी और उन्हें समझाया होगा। समझाना ठीक है, लेकिन दर्द तो वही महसूस करता है जो घायल होता है। हनुमा विहारी के दिमाग में इस समय जो चल रहा होगा, उसे हम महसूस नहीं कर सकते, हम केवल सहानुभूति दिखा सकते हैं।"