Chhattisgarh: सुकमा में सुरक्षा बलों पर हमलों में शामिल इनामी नक्सली दंपती ने किया आत्मसमर्पण
Chhattisgarh सुकमा में सुरक्षा बलों पर कई हमलों और पांच-पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली दंपती ने आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण के बाद प्रत्येक को 10000 रुपये दिए गए और राज्य सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।
रायपुर, एजेंसी। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों पर कई हमलों और पांच-पांच लाख रुपये के इनामी नक्सली दंपती ने सोमवार को आत्मसमर्पण कर दिया। सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा के मुताबिक, मदकम हिडमा और उनकी पत्नी कुरम हुंगी, जो प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) की ओडिशा राज्य समिति के स्वयंभू कंधमाल-कालाहांडी-बौध-नयागढ़ (केकेबीएन) डिवीजन के क्षेत्रीय समिति सदस्य हैं, ने हथियार डाल दिए।
नक्सली दंपती पर पांच लाख रुपये था इनाम|
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस नक्सली दंपती पर पांच लाख रुपये का इनाम रखा था। हिडमा 2017 में बुर्कापाल (सुकमा) माओवादी हमले में शामिल था, जिसमें 25 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे, और 2019 में पालोदीपारा (बसबत्ती) में सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी लगाया था। शर्मा ने कहा कि हुंगी 2018 में निलिवया (दंतेवाड़ा) घात हमले में शामिल था, जिसमें सात जवानों की मौत हो गई थी, और एक नक्सली हमला था, 2020 में सुकमा के मिनपा में 17 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।
सरकार की नीति के अनुसार होगा पुनर्वास
एसपी ने कहा कि हिडमा केरलापाल क्षेत्र समिति के बस्तर संभाग में 16 साल और हुंगी 12 साल से सक्रिय थी, जबकि दंपती को पिछले साल ओडिशा के केकेबीएन डिवीजन में स्थानांतरित कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण के बाद प्रत्येक को 10,000 रुपये दिए गए और राज्य सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा।
कांकेर में हिंसक वारदातों में शामिल रहे 13 लाख रपये के दो इनामी नक्सलियों समेत तीन नक्सलियों ने गत दिनों आत्मसमर्पण कर दिया था। आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सली नीला उर्फ असंतीन उर्फ असोन्तीन उईके (33) नक्सल संगठन के ग्राम किलेनार जिला कांकेर की प्रमुख थी। उस पर आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था। उसने कांकेर एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं धमतरी पुलिस के सहयोग से कांकेर में आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली मुकेश उर्फ सुकलू गावड़े (26), पुत्र दसरू राम ग्राम करकापाल कोड़ेकुर्से का कमांडर था। उस पर पांच लाख रुपये का इनाम था। दोनों को 10-10 हजार रुपये की तात्कालिक सहायता राशि प्रदान की गई है। एक अन्य नक्सली विजय मोहंदा उर्फ डुंगा ने नारायणपुर में आत्मसमर्पण किया है। विजय ग्राम लंका के ग्राम रक्षा दलम का कमांडर था। वह 15 साल नक्सल संगठन में सक्रिय था।