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Guru Purnima 2022: इस गुरु पूर्णिमा पर जन्‍म लेने वाले बच्‍चे होंगे बेहद खास, बन रहा है विशेष योग

Guru Purnima 2022 गुरु पूर्णिमा 13 जुलाई को है पंडित मनोज तिवारी का कहना है कि इस वर्ष गुरु पूर्णिमा के दिन पंचमहारपुरुष योग का महासंयोग बन रहा है।और ऐसे योग में जन्‍म लेना वाला बच्‍चा बेहद खास होगा।

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 12 Jul 2022 12:41 PM (IST)Updated: Tue, 12 Jul 2022 12:44 PM (IST)
Guru Purnima 2022: इस गुरु पूर्णिमा पर जन्‍म लेने वाले बच्‍चे होंगे बेहद खास, बन रहा है विशेष योग
Guru Purnima 2022: इस वर्ष गुरु पूर्णिमा पर विशेष योग बन रहा है।

बिलासपुर, जागरण आनलाइन डेस्‍क। 13 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी। इस वर्ष इस खास दिन पर विशेष योग बन रहा है। इस दिन जन्म लेने वाला बच्चा भी बेहद खास होगा उसकी कुंडली में महायोग बनेगा। ज्योतिष में जन्म का समय सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। न्यायधनी में गुरु पूर्णिमा पर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह है। मंदिरों में पूजा के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों सहित विभिन्न कार्यक्रमों में गुरुओं का विशेष सम्‍मान किया जाएगा।

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ज्योतिषी पंडित मनोज तिवारी के अनुसार इस वर्ष गुरु पूर्णिमा के दिन पंचमहारपुरुष योग का महासंयोग बन रहा है। जो बहुत ही शुभ सिद्ध होगा। जब किसी दिन विशेष में मंगल अपनी राशि में होता है तो रुचक नामक शुभ योग बनता है, बुध जब अपनी राशि में होता है तो भद्र योग, शुक्र जब अपनी राशि में होता है तो मालव्य योग, गुरु अपनी राशि में हो तो हंस योग, और शनि अपनी राशि में हो तो शश योग बनता है। जब ये पांच शुभ योग एक साथ एक दिन बनते हैं, तो इसे पंचमहापुरुष योग कहा जाता है।

महायोग का समय

13 जुलाई को सुबह 10.50 बजे तक जिन बच्चों का जन्म इस खास योग में होगा उनकी कुंडली में भी महायोग होगा। इस योग में गुरु की पूजा, व्यास मुनि की पूजा और लक्ष्मी नारायण की पूजा करना बहुत शुभ रहेगा। दरअसल, इसी दिन महाभारत और पुराणों के रचयिता कृष्णद्वैपायन महर्षि वेदव्यासजी का जन्म हुआ था।

पुराणों के माध्यम से पृथ्वी पर मनुष्यों तक ज्ञान के संचरण के कारण, उन्हें गुरु के रूप में पूजा जाता है और इस दिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने-अपने गुरुओं की पूजा करते हैं और उनके पैर धोते हैं और उनके चरणों की पूजा करते हैं और उपहार देते हैं।

महर्षि वेदव्यासजी की भी होती है पूजा

इस दिन गुरुओं के साथ-साथ महर्षि वेदव्यासजी की भी पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में गुरु का स्थान देवताओं से भी ऊंचा रखा गया है। इसलिए, अन्य देवी-देवताओं की तरह, उनके लिए एक समर्पित दिन रखा गया है। यही वजह है कि इस दिन का सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है।


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