Move to Jagran APP

T. S. Singh Deo Resignation: छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग से दिया इस्तीफा, लगाए कई आरोप

T. S. Singh Deo Resignation छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत विभाग से त्यागपत्र से प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई है। अंबिकापुर स्थित उनके निवास तपस्या में बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 16 Jul 2022 07:31 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jul 2022 09:21 PM (IST)
T. S. Singh Deo Resignation: छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग से दिया इस्तीफा, लगाए कई आरोप
छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग से दिया इस्तीफा, लगाए कई आरोप। फाइल फोटो

रायपुर, जेएनएन। T. S. Singh Deo Resignation: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे प्रदेश के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव ने पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग से शनिवार की शाम को त्यागपत्र दे दिया है। बाकी विभागों की जिम्मेदारी अभी वे संभालते रहेंगे। प्रदेश में कांग्रेस का 15 वर्षों का वनवास समाप्त कराने महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सिंहदेव के इस कदम ने स्पष्ट कर दिया है कि सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पंचायत विभाग छोड़ने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चार पन्नों का पत्र लिखा है। इसमें उनकी उपेक्षा और अपमान का दर्द छलका है।

loksabha election banner

इस्तीफे से मची खलबली

विभागीय मंत्री होने के बावजूद बिना सहमति और अनुमोदन के निर्णय लेने की परिपाटी से मर्माहत सिंहदेव के सब्र का बांध तब टूट गया, जब पेसा कानून के प्रावधानों को भी उनसे पूछे बिना बदल दिया गया। सिंहदेव के पंचायत विभाग से त्यागपत्र से प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई है। अंबिकापुर स्थित उनके निवास 'तपस्या' में बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई।

इसलिए दिया इस्तीफा

सिंहदेव ने कहा कि कल रात ही मैंने निर्णय ले लिया था, सुबह होने का इंतजार कर रहा था। बहुत सोच विचार किया। मेरे लिए यह निर्णय छोटा नहीं था। कई बातों पर विचार कर मैंने पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के दायित्व से त्यागपत्र देना ही उचित समझा है। मैं अपना इस्तीफा लिखित में भेज रहा हूं। उन्होंने कहा कि सचिवालय से सीधे कार्य स्वीकृत हो रहे हैं, निर्णय लिए जा रहे हैं, ऐसे में मेरा इस विभाग से अलग हो जाना ही उचित है। लगभग दो माह से मनरेगा के कर्मचारी हड़ताल पर थे। 21 सहायक परियोजना अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। इसमें भी मुझसे कोई अनुमति नहीं ली गई थी।

दो दिन से अंबिकापुर में हैं सिंहदेव

सिंहदेव दो दिन से अपने गृहक्षेत्र अंबिकापुर में हैं। स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल भी हो रहे हैं। बता दें, उनके गृहक्षेत्र में भी जिला प्रशासन और कांग्रेस के एक दूसरे गुट के पदाधिकारियों द्वारा कई तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे थे। सिंहदेव को नीचा दिखाने का प्रयास भी किया जाता रहा है। उनके समर्थकों पर भी कई तरह की प्रशासनिक कार्रवाई भी हो रही थी। इन सब बातों से सिंहदेव अपनी सरकार से नाराज चल रहे हैं। सभी बातें खुलकर सामने नहीं आई हैं पर उनके इस्तीफे को इन बातों से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

जानें, क्या लिखा पत्र में 

मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि पंचायत व ग्रामीण विकास विभाग के भार से मैं अपने आप को पृृथक कर रहा हूं। इसके अलावा आपने मुझे शेष जिन विभागों की जिम्मेदारी दी उन्हें अपनी पूर्ण क्षमता और निष्ठा से निभाता रहूंगा।

ये विभाग हैं सिंहदेव के पास 

-पंचायत व ग्रामीण विकास

-लोक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण

-चिकित्सा शिक्षा

-20 सूत्रीय कार्यान्वयन

-वाणिज्यिक कर (जीएसटी)

पंचायत विभाग छोड़ने का कारण 

-जनघोषषणा पत्र में किए वादे नहीं हो पा रहे पूरे।

-आठ लाख गरीबों का आवास नहीं बन पाया।

-अधिकार छीनकर अफसरों की समिति को दे दिया गया।

-बिना बताए पेसा कानून के नियमों में बदलाव।

-पंचायत प्रतिनिधियों को पूर्ण अधिकार देने का वादा अधूरा।

-रोजगार सहायकों की ह़़डताल की साजिश।

-निकाले गए रोजगार सहायकों की बिना पूछे बहाली।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.