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आषाढ़ की बारिश : सड़क से लेकर गलियां लबालब

आषाढ़ की पहली बारिश से शहर की मुख्य सड़क से लेकर गलियों में पानी भर गया। जगह-जगह पानी जमा हो जाने के कारण जनजीवन प्रभावित रहा। दोपहर तीन बजे के बाद बारिश थमने पर निगम ने राहत एवं बचाव का कार्य शुरू किया।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2015 05:20 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2015 05:23 AM (IST)
आषाढ़ की बारिश : सड़क से लेकर गलियां लबालब

बिलासपुर। आषाढ़ की पहली बारिश से शहर की मुख्य सड़क से लेकर गलियों में पानी भर गया। जगह-जगह पानी जमा हो जाने के कारण जनजीवन प्रभावित रहा। दोपहर तीन बजे के बाद बारिश थमने पर निगम ने राहत एवं बचाव का कार्य शुरू किया। दर्जन भर मोहल्लों में नाला,नाली के रास्ते में आए अवरोध को हटाकर निकासी की व्यवस्था बनाई। इसके बाद देर रात तक हालात सामान्य होना शुरू हुआ। इस तेज बारिश ने फिर एक बार साबित कर दिया कि अब भी शहर में पानी निकासी की व्यवस्था पुख्ता नहीं है। शुक्रवार की दोपहर 12 से 3 बजे तक शहर में मूसलाधार बारिश हुई। इस तेज बारिश के कारण जहां सड़क औ गलियां लबालब हो गई, वहीं घरों में पानी भर गया। नाली,नाला से निकासी नहीं हो पाने के कारण ऐसी स्थिति बनी। ज्यादातर जगहों में नाली जाम होने के कारण गंदगी के साथ पानी घरों में घुसने लगा था। पुराना बस स्टैंड से लेकर अग्रसेन चौक तक, सिम्स चौक से लेकर जूनीलाइन पानी से लबालब था। यहां की सड़क का नजारा ही बदल गया था। यहां कुछ दुकानों के अंदर भी पानी घुसने की शिकायत थी। पुराना बसस्टैंड हर साल की तरह इस बार फिर तालाब बन गया था। यहां नाला में ढाल नहीं होने के कारण पानी खाली होने में काफी समय लग गया। इस जगह की परिस्थिति को भांपते हुए निगम अमले ने यहां पानी निकासी के कोई उपाए भी नहीं किए। यहां सामान्य दिनों में भी नाला में पानी जाम रहता है। इसी तरह तेलीपारा में राजस्थान जलेबी के सामने सड़क में घुटने तक पानी भर गया था। नरेश बाजार के अंदर पार्किंग में भी घुटने तक पानी भरा हुआ था। यहां कुछ दुकानों के अंदर पानी भरने की भी शिकायत रही। सिटी कोतवाली के सामने पानी भरने से े मानसरोवर चौक और गोलबाजार वाली रोड पर यातायात अवरुद्ध हो गया था। सदर बाजार,अग्रसेन चौक के पास आदि जगहों में भी जलभराव की स्थिति रही। व्यापार विहार का भी यही हाल रहा। बाजार के अलावा मोहल्लों की स्थिति देखें तो नेहरू नगर, कश्यप कॉलोनी, दयालबंद, सरकंडा, जबड़ापारा,जोरापारा चौबे कॉलोनी, अशोक विहार,शांति नगर,तालापारा, बंधवापारा, गंगा नगर, मित्र विहार, निराला नगर, इमलीपारा, कपिल नगर, विद्यानगर, बापजी पार्क आदि जगहो में पानी भरा था। वीआईपी भी रहे प्रभावित शहर में दोपहर हुई तेज बारिश से संभागायुक्त सोनमणी बोरा के बंगले में भी पानी भर गया था। हालांकि पानी अंदर कमरों में नहीं घुसा। निगम का अमला यहां केवल पानी बहाव का रास्ता बनाकर वापस लौट गया। यही हाल निगम कमिश्नर रानू साहू के बंगले का रहा। यहां भी पानी बंगला के परिसर में जमा हो गया था। पानी निकासी का रास्ता बंद होने के कारण ऐसी स्थिति बनी। बंगले में पानी जाम होने की सूचना मिलने पर निगम के कर्मचारियों ने तत्काल जाम नाली को साफ कर पानी निकासी की व्यवस्था बनाई। घरों के अंदर घुसा पानी तेज बारिश के कारण शहर के कई मोहल्लों में लोगों के घरों में भी पानी भर गया था। दयालबंद स्कूल के पास दर्जन भर लोगों के घरों में पानी भर गया था। शिकायत पर निगम अमले ने यहां एक्सीवेटर भेजकर निकासी की व्यवस्था बनाई। इसी तरह हॉटल शिवनेरी के पास घरों में पानी घुसा था। यहां भी निकासी की व्यवस्था की गई। साकेत अपार्टमेंट के बेसमेंट में पानी भरने की शिकायत मिली। शांति नगर,इमलीपारा,चौबे कॉलोनी आदि जगहों में भी कुछ घरों में पानी भर गया था। निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण इन जगहों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। देर रात तक यहां पानी खुद ब खुद बाहर निकल गया। जस्टिल बंगला की सड़क भी लबालब श्रीकांत वर्मा मार्ग स्थित हंसा विहार में जस्टिस प्रशांत मिश्रा का बंगला है। पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण उनके बंगले वाले रास्ते में ही घुटनों तक पानी भर गया था। जिसके कारण यहां यातायात प्रभावित हो रहा था। जब पूरा श्रीकांत वर्मा मार्ग खाली हुआ तब कहीं जाकर हंसा विहार का पानी कम होना शुरू हुआ। श्रीकांत वर्मा मार्ग में स्थिति बदतर नगर निगम ने श्रीकांत वर्मा मार्ग से पानी निकासी के लिए पिछले दो सालों में कई प्रयोग कर डाले,लेकिन स्थिति फिर भी नहीं सुधरी। पहले नाले को चौड़ा किया गया। इसके बाद लिंक रोड मुख्य मार्ग को काटकर बीच से नया नाला निर्माण के नाम पर लोगों को महीनों परेशान किया गया। इसके बाद भी स्थिति जस की तस है। बारिश होते ही सबसे पहले इस सड़क पर पानी भरना शुरू हुआ और देर रात तक नाली का पानी सड़क पर ही बहता रहा। निगम के इंजीनियरों द्वारा बिना प्लानिंग किए गए काम से यह स्थिति बनी है। बाल-बाल बची छात्रा ड्रीमलैंड स्कूल की छात्रा श्रद्धा नाला में बहने से बाल बाल बच गई। स्कूल से छुट्टी होने पर वे साइकिल से घर जाने के लिए निकली थी। स्कूल के आगे नाले के ऊपर सड़क में पानी का बहाव काफी तेज था। इसे पार करने के लिए जैसे ही वो आगे बढ़ी साइकिल का बैलेंस बिगड़ गया और वो नाले में जा गिरी। हालांकि मौके पर मोहल्ले वाले मौजूद थे। उन्होंने तुरंत नाले में कुदकर इस छात्रा की जान बचा ली। साइकिल पानी के बहाव में आगे निकल गया। तेज बहाव को देखते हुए इसे निकालने की हिम्मत किसी की नहीं हुई।

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