करंट से पिता और दो पुत्रों समेत 5 की मौत
मौसम के तेवर दो दिनों से बदला-बदला सा है। बारिश के कहर से जमीन से लगे बिजली तार के संपर्क में आने से पिता व उसके बेटों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें चार बिलासपुर जिले के और एक युवक कोरबा जिले का निवासी था। एक ही परिवार
बिलासपुर (निप्र)। मौसम के तेवर दो दिनों से बदला-बदला सा है। बारिश के कहर से जमीन से लगे बिजली तार के संपर्क में आने से पिता व उसके बेटों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें चार बिलासपुर जिले के और एक युवक कोरबा जिले का निवासी था। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत से कोटा थाना क्षेत्र के लारीपारा-खरगहनी गांव में मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने सभी मामलों में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार बिलासपुर जिले के कोटा थाना क्षेत्र के ग्राम लारीपारा-खरगहनी निवासी शिवराम साहू पिता दुखीराम साहू (50) पेशे से किसान था। वह गांव के बाहर अपने टिकरा में सब्जी की खेती करता था। गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे वह अपने दो बेटे चंद्रप्रकाश साहू (21) व कैलाश साहू के साथ सब्जी तोड़ने खेत गया था।
सब्जी में सिंचाई करने के लिए उसने पास के ही बिजली खंभे से अवैध कनेक्शन लिया था। खेत में वह झोपड़ी बनाकर सब्जी की रखवाली भी करता था। झोपड़ी के पास ही बिजली खंभा व तार लगे हुए हैं। दोपहर में बारिश के चलते जमीन गीली हो गई थी। वहीं बिजली तार नीचे गिरा हुआ था इससे लोहे के पाइप में करंट आ गया था। शिवराम ने लोहे के पाइप को पकड़ लिया और करंट की चपेट में आकर चिपक गया।
उसे छुड़ाने के लिए दोनों बेटे चंद्रप्रकाश व कैलाश गए। वह भी करंट की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। दोपहर करीब 3 बजे तक किसी को इस घटना की जानकारी ही नहीं थी। शिवराम का भतीजा सुंदरलाल साहू पिता जयजयराम साहू (30) बाड़ी की तरफ गया, तब वह तीनों की लाशें देखकर चौंक गया। उसने तत्काल इसकी सूचना ग्रामीणों के साथ ही पुलिस को दी, लेकिन तब तक शाम हो चुकी था। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
धोखे से छू लिया करंट प्रवाहित पोल
बिलासपुर शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के तालापारा निवासी जुबेर खान पिता दीन मोहम्मद (16) दसवीं कक्षा का छात्र था। उसके घर के पास मोहल्ले में खपरगंज निवासी हफीज खान का पेटी का कारखाना है, जिसके लिए उसने बिजली खंभे से कनेक्शन ले रखा है। खुले बिजली तार को टिकाने के लिए एक अलग से पोल लगा दिया गया है। गुरुवार को बारिश के कारण उस पोल में करंट आ गया था। सुबह करीब 10.30 बजे जुबेर ने घर से निकलते समय खंभे को पकड़ लिया। इससे वह करंट की चपेट में आ गया। बुरी तरह से झुलसने पर वह बेहोश हो गया। आनन-फानन में आसपास के लोग उसे सिम्स ले गए, जहां जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। रिपोर्ट पर पुलिस मर्ग कायम कर जांच कर रही है।
मवेशियों को बचाने के चक्कर में गई जान
कोरबा जिले के अयोध्यापुरी बस्ती में बुधवार रात हवा तूफान की वजह से गिरे 11 केवी करंट प्रवाहित तार के चपेट में आकर एक युवक की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि उसकी एक भैंस ने भी मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद एक बार फिर विद्युत विभाग की लापरवाही सामने आ गई है।
घटना दर्री थाना क्षेत्र के अयोध्यापुरी बस्ती में बुधवार-गुरुवार दरम्यिानी रात लगभग 3 बजे घटित हुई। यहां मनमोहन यादव पिता डंडीराम यादव (35) परिवार समेत निवास करता था। वह अपने परिवार का भरण-पोषण के लिए मवेशी का पालन करता था। देर रात अचानक मौसम ने करवट ली। हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चलने लगीं। हवा तूफान की वजह से कई वर्ष पूर्व लगाया गया 11 केवी का तार टूटकर मनमोहन के घर के समीप नीचे गिर गया। तार के जमीन पर गिरते ही चिंगारी उठने लगी।
इसकी जानकारी मिलते ही मनमोहन घर से बाहर आया। उसने अपने मवेशी को सुरक्षित बचाने कोशिश शुरू कर दी। वह मवेशी को खदेड़कर दूसरी ओर ले जा पाता, उससे पहले ही करंट प्रवाहित तार की चपेट में आ गया। इससे मौके पर ही मनमोहन की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उसकी भैस ने भी घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। जैसे ही हादसे की जानकारी परिजन व बस्तीवासियों को हुई, वे आनन-फानन में मौके पर पहुंचे। उनके द्वारा घटना की जानकारी विद्युत विभाग को दी गई। काफी समय बाद विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने बिजली आपूर्ति बंद की। इस बीच घटना की सूचना दर्री पुलिस को दे दी गई थी। खास बात तो यह है कि क्षेत्र में विद्युत तार की हालत ठीक नहीं होने की सूचना बस्तीवासी कई बार दे चुके हैं। इसके बावजूद विभाग की ओर से न ही बिजली तार बदले जा सके हैं और न ही इसे दुरुस्त किया जा सका है।