शक्तिकांत दास तीन वर्ष तक रहेंगे आरबीआई प्रमुख, ये 10 बातें आपको जाननी चाहिए
शक्तिकांत दास एक अनुभवी नौकरशाह माने जाते हैं और वो भाजपा सरकार के अंतर्गत अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं
By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 12 Dec 2018 11:59 AM (IST)Updated: Wed, 12 Dec 2018 03:32 PM (IST)
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। पंद्रहवें वित्त आयोग के सदस्य शक्तिकांत दास को आरबीआई का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है। दास का कार्यकाल तीन वर्षों का होगा। बतौर आरबीआई गवर्नर दास की नियुक्ति उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद की गई है। एक्सपर्ट मानते हैं कि दास की नियुक्ति से बॉण्ड और करेंसी मार्केट के उत्साहित होने की संभावना है। दास की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब तीन दिन बाद (शुक्रवार) आरबीआई की अहम बैठक होनी है।
इस खबर से जुड़ी ये 10 बड़ी बातें आपको मालूम होनी चाहिए:
- मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर के रूप में तीन वर्षों की अवधि के लिए आर्थिक मामलों के विभाग के पूर्व सचिव शक्तिकांत दास की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
- शशिकांत दास भारतीय रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर होंगे।
- शक्तिकांत दास जो कि आर्थिक मामलों के विभाग के पूर्व सचिव है वो तीन वर्षों तक आरबीआई के गवर्नर रहेंगे। मई 2017 में ही वो बतौर आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव रिटायर हो गए थे।
- शक्तिकांत दास तमिलनाडु कैडर के वर्ष 1980 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं।
- शक्तिकांत दास एक अनुभवी नौकरशाह माने जाते हैं और वो भाजपा सरकार के अंतर्गत अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इसके अलावा वो यूपीए सरकार के कार्यकाल में भी अहम पदों पर रह चुके हैं।
- दास की नियुक्ति से बाजार को बल मिलने की संभावना जताई गई है क्योंकि इससे निवेशक मान रहे हैं कि अब सरकार और केंद्रीय बैंक बातचीत बेहतर स्तर पर होगी।
- डीबीएस बैंक के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और ट्रेडिंग हैड आशीष वैद्य ने बताया, "बॉण्ड और रुपये को ऐसी खबरों पर सकारात्मक रुख दिखाना चाहिए।"
- माना जा रहा है कि पटेल के इस्तीफे के पीछे की अहम वजह सरकार और केंद्रीय बैंक के बीच चल रहा टकराव था। सरकार ने अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले केंद्रीय बैंक से अतिरिक्त रिजर्व के कुछ हिस्से की मांग की थी।
- आरबीआई की पिछली बोर्ड बैठक एक समझौता नोट के साथ समाप्त हुई थी जिसमें केंद्रीय बैंक ने अधिशेष भंडार (सरप्लस) साझा करने पर एक पैनल स्थापित करने के लिए सहमति जताई थी और छोटे उद्यमों को 25 करोड़ रुपये तक के लोन को पुर्नगठित करने की बात कही थी।
- आरबीआई के निदेशक मंडल की बैठक 14 दिसंबर को होनी है जिसमें संचालन सुधार समेत विभिन्न अहम मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
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