Jagran Trending: सरकार कहां खर्च करती है टैक्स से प्राप्त होने वाली राशि और कैसे होता है इसका हिसाब-किताब, जानें डिटेल
Why Do We Pay Income Tax भारत सरकार आयकर और वस्तु एवं सरकार के जरिए अपने खर्च के लिए पैसे जुटाती है। इसका उपयोग नागरिकों के लिए चलाई जाने वाले कल्याणकारी योजनाओं के अलावा रक्षा शिक्षा मेडिकल सुविधाओं के लिए किया जाता है।
नई दिल्ली, मनीश कुमार मिश्र। आपके मन में भी यह सवाल जरूर उठा होगा कि भारत सरकार आपसे जो आयकर (Income Tax) और वस्तु एवं सेवा कर वसूलती है (GST) उसका खर्च आखिर करती कहां है? आपको बता दें कि भारत सरकार अपने सालाना खर्च के लिए प्रमुख रूप आयकर (Income Tax), वस्तु एवं सेवा कर (GST) और कर्ज पर निर्भर करती है। हम जो टैक्स देते हैं, वही भारत सरकार की आय होती है। भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) काफी तेजी से बढ़ रही है और विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत जैसे बड़े देश की वित्तीय जरूरतों को पूरी करना एक जटिल प्रक्रिया है। आइए, जानते हैं सरकार हमसे-आपसे जो इनकम टैक्स और जीएसटी वसूलती है, उसे किन जगहों पर खर्च करती है।
टैक्स से प्राप्त राशि कहां होती है खर्च?
Income Tax, GST या कहीं और से प्राप्त हुई राशि का खर्च भारत सरकार रक्षा, पुलिस, न्यायिक व्यवस्था, सार्वजनिक स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा जैसे आवश्यक खर्चों के लिए करती है। आप कहेंगे कि टैक्स वसूलने के बावजूद सरकार न तो फ्री मेडिकल सुविधाएं दे रही है और न ही सोशल सिक्योरिटी। यहां आपको अपना नजरिया थोड़ा व्यापक करना होगा। भारत सरकार नागरिकों के प्रति अपनी कई तरह की जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रही है जिनमें सरकारी अस्पतालों में इलाज (मामूला खर्च पर या बिल्कुल मुफ्त), शिक्षा (नगरपालिका और सरकारी स्कूलों में शिक्षा) आदि शामिल हैं। सरकार रसोई गैस भी रियायती दरों पर उपलब्ध कराती है या उस पर सब्सिडी देती है। हालांकि, टैक्स से प्राप्त होने वाली राशि का इस्तेमाल प्रमुख रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा और बुनियादी ढांचा विकास पर किया जाता है। इसके अलावा, आपके ही द्वारा चुकाए गए टैक्स से सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चलाती है, जिनमें रोजगार से जुड़ी योजनाएं भी शामिल हैं। विभिन्न सरकारी और प्रशासनिक विभागों में लाखों कर्मचारी काम करते हैं, जिनका वेतन और अन्य खर्च सरकार आपके टैक्स के पैसों से वहन करती है। इसके अलावा, प्राप्तियों का एक बड़ा हिस्सा कर्ज का ब्याज चुकाने में भी जाता है।
अपने खर्च पूरा करने के लिए कर्ज भी लेती है सरकार
आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि हमारी-आपकी तरह ही सरकार भी अपने खर्च पूरे करने के लिए कर्ज लेती है और इसके ब्याज का भुगतान करती है। वित्त वर्ष 2021-22 में सरकार की कुल प्राप्तियों में टैक्स की हिस्सेदारी 44.37 फीसद थी। इसके अलावा, सरकार की प्राप्तियों (Receipt) में कर्ज की हिस्सेदारी 43.26 फीसद थी। सरकार की आय का एक हिस्सा गैर-कर स्रोतों और कैपिटल रिसीप्ट के जरिये भी आता है।
देश में जनसंख्या का सिर्फ 6.25 फीसद देती है इनकम टैक्स
यह सर्वविदित तथ्य है कि अपने देश में लोग इनकम टैक्स देने से बचना चाहते हैं। सरकार इसका दायरा बढ़ाने के तमाम उपाय कर रही है। इसके बावजूद देश में करदाताओं की संख्या लगभग 8.30 करोड़ ही है जो कुल जनसंख्या का 6.25 फीसद है (यहां कुल जनसंख्या 132 करोड़ ली गई है)। अगर आप अमेरिका से तुलना करें तो वहां की जनसंख्या का लगभग 45 फीसद इनकम टैक्स देते हैं। भारत में इनकम टैक्स न देने की कई वजहों में से एक कारण यह भी है कि ज्यादातर की आय इनकम टैक्स के दायरे में ही नहीं आती।