DATA STORY: भारत में तेजी से बढ़ रहा कैशलेस पेमेंट का क्रेज, जानिए दुनिया के अन्य देशों का हाल
दक्षिण कोरिया के एक सर्वे में 77 फीसद लोगों ने माना कि वे कैशलेस पेमेंट को अधिक प्राथमिकता देते हैं। वहीं अमेरिका में 32 फीसद लोगों ने कहा कि वे कैश से ट्रांजैक्शन को पसंद करते हैं। विकसित देशों में कैश के द्वारा कामकाज को लोग ज्यादा पसंद करते हैं।
नई दिल्ली, अनुराग मिश्र। बीते एक दशक में भारत समेत दुनिया में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन बढ़ा है। कामकाज के लिए लोग इसे पेमेंट का सबसे बेहतर माध्यम मानने लगे हैं। ग्लोबल वेब इंडेक्स की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया में लोग कैशलेस पेमेंट को सबसे अधिक प्राथमिकता देते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया के एक सर्वे में 77 फीसद लोगों ने माना कि वे कैशलेस पेमेंट को अधिक प्राथमिकता देते हैं। वहीं, अमेरिका में 32 फीसद लोगों ने कहा कि वे कैश से ट्रांजैक्शन को पसंद करते हैं। विकसित देशों में कैश के द्वारा कामकाज को लोग ज्यादा पसंद करते हैं। इस सर्वे में शामिल 46 देशों में फिलीपींस और मिस्र के लोग कैशलेस पेमेंट को सबसे कम प्राथमिकता देते हैं। इन देशों में 33 फीसद लोगों ने कैशलेस पेमेंट को पहली पसंद माना, जबकि मोरक्को में 34 फीसद ने इसे अपनी प्राथमिकता बताया।
दक्षिण कोरिया के बाद स्वीडन और रूस में सबसे अधिक क्रमश: 74 और 72 फीसद लोगों ने कैशलेस पेमेंट को अपनी पहली पसंद बताया। चीन में 67 फीसद लोगों ने इसे अपनी प्राथमिकता बताया तो भारत में 52 प्रतिशत लोगों ने माना कि कैशलेस पेमेंट ही बेहतर विकल्प है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत और इंडोनेशिया दोनों सबसे तेजी से उभरते हुए ऑनलाइन बाजार हैं। आबादी में एशियाई देशों में कार्ड में बीते पांच सालों में बड़ी तरक्की हुई है। चीन, भारत और इंडोनेशिया में क्रमश: इसमें 69.3 प्रतिशत, 136.3 प्रतिशत और 56.7 प्रतिशत की ग्रोथ देखने में आई है।
कुछ विकसित देशों में कैश को प्राथमिकता बताने वाली बात का विश्लेषण करने के बाद कई तथ्य सामने आए। कैश को पसंद करने का सबसे बड़ा कारण इन देशों में बैक अकाउंट और कार्ड का नहीं होना है। फिलीपींस के सेंट्रल बैंक के अनुसार, 2019 तक वहां पर 29 फीसद वयस्क के पास ही बैंक अकाउंट था।