SIP में पैसा लगाने के लिए अपनाएं यह आसान तरीका
अगर आप सिप के माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए कुछ जरूरी काम करने होते हैं।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। म्चुयुअल फंड में निवेश करने का एक तरीका सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (सिप) भी है। अगर आप सिप के माध्यम से म्चुयुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए कुछ जरूरी काम करने होते हैं। इसे दो तरीकों से शुरू किया जा सकता है। पहला तरीका पोस्ट डेटेड जमा करने और दूसरा तरीका बैंक को निर्देश देना है। इसमें आप बैंक को बताते हैं कि सिप के लिए आपके बैंक खाते से कितनी रकम की कटौती की जा सकती है। इसे मैंडेट देना भी कहा जाता है। सिप के मामले में मैंडेट देने में 30 दिन तक का समय लग सकता है। इन सबसे बचने के लिए कैम्स और कार्वी जैसे म्चुयुअल फंड रजिस्ट्रार ने ई-मैंडेट की व्यवस्था शुरू की है।
इन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत
ई-मैंडेट के लिए सबसे जरूरी है कि आपका आधार नंबर आपके बैंक खाते से लिंक होना चाहिए। आप निवेश के लिए इसी खाते का इस्तेमाल कर सकते हैं।
यह है प्रक्रिया
इसमें रजिस्टर करने के लिए सबसे पहले पैन नंबर, ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर डालें। इसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा। इसे वेरिफाई करने के बाद आप बैंक सेलेक्ट कर अपनी डिटेल्स दे सकते हैं। इसके बाद वह रकम डालनी होगी जो आप सिप की किस्त के तौर पर देना चाहते हैं। इसके लिए प्रति ट्रांजेक्शन एक लाख रुपये की अनुमति है। इसके साथ आप ट्रांजेक्शन अवधि भी चुन सकते हैं।
आधार वेरिफिकेशन
सभी डिटेल्स भरने के बाद इस पर आधार वेरिफिकेशन से जुड़ा पेज आएगा। इसमें अपना आधार नंबर डालना होगा। रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी का इस्तेमाल कर ई-साइन के माध्यम से आप बैंक को अनुमति दे सकते हैं। इसके बाद दो-तीन में ई-मैंडेट एक्टिवेट हो जाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
इसके लिए आपको दो बातों का ध्यान रखना होगा। ये बातें हैं-
1. र्इ-मैंडेट का इस्तेमाल करके एकमुश्त निवेश भी किया जा सकता है।
2. इस सुविधा का लाभ केवल उन फंडों के साथ उठाया जा सकता है जिनकी पेशकश रजिस्ट्रार करता है।