आपकी सैलरी से नहीं बच पा रहा है पैसा, तो बैंक खाते से लिंक करा लें ये प्लान
हर महीने बैंक खाते में आने वाली सैलरी में से छोटी-छोटी राशि बचाकर भी आप मोटा फंड जमा कर सकते हैं, इसके लिए SIP कारगर है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। महंगाई के इस दौर में प्राइवेट सेक्टर में मिलने वाली सैलरी वर्तमान समय की जरूरतों के हिसाब से मुफीद नहीं होती हैं। ऐसे में हर महीने अपनी सैलरी में से कुछ पैसे भविष्य की जरूरतों के लिहाज से बचा पाना काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन जैसा कि सेविंग हमारे लिए हर लिहाज से जरूरी होती है इसलिए हमें थोड़ी सूझबूझ के साथ काम करना चाहिए। अगर आप बाजार और बाजार के निवेश विकल्पों पर नजर रखते हैं तो जाहिर तौर पर आपने सिप (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के बारे में सुना होगा। यह एक ऐसा प्लान है जो आपकी छोटी छोटी बचत से ही भविष्य में आपके लिए एक मोटे फंड का बंदोबस्त कर देता है।
बैंक सेविंग अकाउंट से लिंक करा लें सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान: आज के समय में 50,000 रुपये की मासिक सैलरी भी पर्याप्त नहीं होती है। बढ़ती महंगाई और जरूरी खर्चे इतनी सैलरी में पूरे नहीं हो पाते है। ऐसे में आपको सिप का चयन करना चाहिए। अगर आपका बैंक में खाता है तो आप उसी खाते से सिप अकाउंट खुलवा सकते हैं, यानी सिप प्लान को अपने बैंक खाते से लिंक करवा सकते हैं। बैंक के सेविंग अकाउंट से सिप प्लान को लिंक करवाने से मासिक आधार पर एक निश्चित तारीख को आपके खाते से पैसा कटने लग जाएगा। यानी आपकी ओर से खुद-ब-खुद एक निश्चित मासिक सेविंग शुरु हो जाएगी।
अन्य विकल्पों से क्यों बेहतर है सिप?
आमतौर पर लोग सेविंग के लिए बैंक सेविंग अकाउंट या फिक्स्ड डिपॉजिट का चुनाव करते हैं। बैंक सेविंग अकाउंट में जहां 3.5 से 6 फीसद तक का ही ब्याज मिलता है, वहीं बैंक एफडी में आप 7.5 फीसद की दर से ब्याज पा सकते हैं। हालांकि इसके विपरीत सिप आपको 15 से 18 फीसद तक का ब्याज भी दे सकता है। इस लिहाज से यह एक बेहतर निवेश विकल्प माना जाता है।
कितने निवेश से करें शुरुआत?
अगर आपकी सैलरी 50,000 रुपये महीना है तो आप इससे 5000 रुपये की मासिक सेविंग से शुरुआत कर सकते हैं। यह काम ज्यादा मुश्किल नहीं है। अगर आप अगले 10 वर्षों तक इस निवेश को जारी रखते हैं तो आप 15 फीसद के अनुमानित रिटर्न के लिहाज से करीब 10 लाख रुपये जोड़ लेंगे।
वहीं अगर आप निवेश की राशि और अवधि को बढ़ाते हैं तो और ज्यादा पैसा आप जोड़ सकते हैं। अगर आप निवेश राशि को बढ़ाकर 6500 रुपया कर देते हैं और इस निवेश को 15 वर्ष तक ले जाते हैं तो मैच्योरिटी पर आपके पास करीब 25 लाख रुपये होंगे।
15 वर्ष बाद इस निवेश पर पाइए मंथली इनकम: अगर आप 15 वर्ष बाद मिले इस 25 लाख के निवेश पर कुछ मासिक अर्निंग चाहते हैं तो आपको इसे सिस्टमैटिक विदड्रॉअल प्लान के साथ जोड़ना होगा। आपको बता दें कि सिस्टमैटिक विदड्रॉअल प्लान (SWP), सिप से ठीक उलट स्थिति है। यानी इसमें आपके खाते में हर महीने पैसे आते रहते हैं। सिस्टमैटिक विदड्रॉअल प्लान के लिए आपको म्युचुअल फंड कंपनी को जानकारी देनी होती है और एक फॉर्म भरना होता है। आपको कंपनी को बताना होता है आपके फंड को एसडब्ल्यूपी में बदला जाए। इसमें आपको यह भी बताना होता है कि आपको निकासी रिटर्न अमाउंट से करनी है या फिर रिटर्न+ कैपिटल से। आप इन दोनों में से किसी एक विकल्प का चुनाव कर सकते हैं। अगर आप पूरे 25 लाख के फंड को एसडब्ल्यूपी में ट्रांसफर करते हैं तो औसतन 6 फीसद के सालाना विदड्रॉअल रेट के हिसाब से 1,50,000 रुपये सालाना मिलेंगे। यानी आपको हर महीने 12,500 रुपये की मंथली इनकम होने लग जाएगी।