किराये का मकान या लोन लेकर खुद का घर? जानिये कौन सा विकल्प है बेहतर
कुछ लोग इस दुविधा में होते हैं कि किराए के घर में रहना ठीक है या लोन लेकर अपना घर खरीदना
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आराम भरी जिंदगी के लिए लोग खूब मेहनत करते हैं। एक अच्छी नौकरी के लिए खूब पढ़ाई करते हैं और नौकरी लगते ही घर खरीदने की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। कुछ लोग इस दुविधा में होते हैं कि किराए के घर में रहना ठीक है या लोन लेकर अपना घर खरीदना। शुरुआत में थोड़ी आय होने के कारण घर खरीदने के लिए बड़ा लोन नहीं मिलता है, लेकिन अगर अच्छे से योजना बनाई जाए तो आपके लिए घर खरीदना आसान हो सकता है।
अगर आपको किसी शहर में अच्छी नौकरी मिल गई है तो लोन पर घर खरीदना ज्यादा समझ भरा कदम हो सकता है। इससे ना सिर्फ आपके पास घर होगा बल्कि आप एग्रीमेंट को रिन्यू कराने, बार-बार मकान बदलने जैसी परेशान करने वाली चीजों से भी बच सकते हैं। इसलिए किराए के घर में रहने से बेहतर है कि लोन लेकर खुद का घर ले लिया जाए। अगर आप लोन लेते हैं तो आपको टैक्स बेनेफिट भी मिलते हैं।
कुछ लोग मानते हैं कि ईएमआई की बजाय महीने का किराया कम होता है, लेकिन अगर आप इसे भविष्य के लिहाज से देखें तो आपको इतना किराया देने के बाद भी घर नहीं मिलेगा। वहीं ईएमआई चुकाते-चुकाते आप घर के मालिक बन सकते हैं। इस तरह से आपका पैसा आपके काम आ जाता है।
अगर आप घर के लिए लोन लेना चाहते हैं तो आपके पास कई फाइनेंशर के विकल्प होते हैं। ये फाइनेंशर लोन के साथ कई ऑफर देते हैं। हालांकि, आपको सावधानी से फाइनेंशर चुनना चाहिए। किसी भी फाइनेंशर को चुनते वक्त ये बातें जरूर ध्यान में रखें-
- फाइनेंशर भरोसेमंद और आरबीआई से मान्यता प्राप्त होना चाहिए।
- उनके द्वारा दिया गया लोन आपकी जरूरतों के हिसाब से पर्याप्त होना चाहिए।
- लोन के साथ आपको स्पेशल स्कीम या ऑफर दिया जा रहा है या नहीं।
- रिपेमेंट ऑप्शन आपकी सुविधा के हिसाब से सेट किया गया हो।
अगर आप होम लोन लेना चाहते हैं तो आप इंटरनेट की मदद भी ले सकते हैं। आप इंटरनेट पर सभी बैंकों की तुलना कर लें। इससे आपको पता चल जाएगा कि कौन सा बैंक आपकी जरूरत के हिसाब से लोन दे रहा है और किस बैंक से आपको स्पेशल ऑफर मिल सकते हैं।