Move to Jagran APP

यूनिलीवर जैसे विदेशी उपभोक्ता समूहों को मिलेगी चुनौती, जानिए क्या है रिलायंस का नया प्लान

रिलायन्स इण्डस्ट्रीज ने यूनिलीवर और कोका-कोला जैसे विदेशी उपभोक्ता समूहों को चुनौती देने के लिए एक नया प्लान बनाया है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी द्वारा संचालित रिलायंस बहुत जल्द 50 से 60 किराना घरेलू और पर्सनल केयर ब्रांडों का एक पोर्टफोलियो बनाने की योजना बना रही है।

By Sarveshwar PathakEdited By: Published: Sun, 15 May 2022 04:58 PM (IST)Updated: Sun, 15 May 2022 05:14 PM (IST)
यूनिलीवर जैसे विदेशी उपभोक्ता समूहों को मिलेगी चुनौती, जानिए क्या है रिलायंस का नया प्लान
रिलायंस बहुत जल्द बनाएगी कई ब्रांडों का एक पोर्टफोलियो

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत की सबसे बड़ी रिटेलर रिलायंस कंपनी दर्जनों छोटे किराना और गैर खाद्य ब्रांडों का अधिग्रहण करने की तैयारी कर रही है। रिलायंस ने यूनिलीवर समूह जैसे विदेशी दिग्गजों को चुनौती देने के लिए 6.5 बिलियन डॉलर उपभोक्ता सामान व्यवसाय का निर्माण करने का लक्ष्य बनाया है। इस योजना से परिचित दो सूत्रों ने इस बात की जानकारी समाचार एजेंसी रायटर्स को दी है।

loksabha election banner

50 से 60 ब्रांडों का अधिग्रहण की योजना
भारतीय अरबपति मुकेश अंबानी द्वारा संचालित रिलायंस 6 महीने के भीतर 50 से 60 किराना, घरेलू और पर्सनल केयर ब्रांडों का एक पोर्टफोलियो बनाने की योजना बना रही है। सूत्रों ने बताया कि रिलायंस डिस्ट्रीब्यूटर्स की एक आर्मी तैयार कर रही है, जिससे मॉम-एंड-पॉप स्टोर और बड़ी रिटेल दुकानों तक पहुंचा जा सके।

रिलायंस ने बनाया 500 अरब रुपये की वार्षिक बिक्री का लक्ष्य

रिलायंस लगभग 30 लोकप्रिय आला स्थानीय उपभोक्ता ब्रांडों के साथ बातचीत के अंतिम चरण में है, ताकि पूरी तरह से उनका अधिग्रहण किया जा सके या बिक्री के लिए संयुक्त उद्यम साझेदारी बनाई जा सके।ब्रांड हासिल करने के लिए कंपनी द्वारा नियोजित कुल निवेश परिव्यय स्पष्ट नहीं है, लेकिन दूसरे स्रोत ने कहा कि रिलायंस ने पांच साल के भीतर कारोबार से 500 अरब रुपये (6.5 अरब डॉलर) की वार्षिक बिक्री हासिल करने का लक्ष्य रखा है।

बड़े उपभोक्ता समूहों को चुनौती

नई व्यापार योजना के साथ रिलायंस दुनिया के कुछ सबसे बड़े उपभोक्ता समूहों, जैसे नेस्ले, यूनिलीवर, पेप्सिको इंक और कोका-कोला को चुनौती देना चाहती है, जो भारत में दशकों से काम कर रहे हैं। हालांकि, ऐसी अच्छी तरह से स्थापित विदेशी कंपनियों को पीछे छोड़ना एक कठिन काम है, जिनकी भारत में अपनी विनिर्माण इकाइयां हैं और हजारों डिस्ट्रीब्यूटर्स जो अपने विश्व-प्रसिद्ध उत्पादों को 1.4 बिलियन लोगों तक पहुंचाते हैं।

यूनिलीवर की भारतीय इकाई ने मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में 6.5 बिलियन की बिक्री की सूचना दी थी। उन्होंने उस दौरान बताया था कि 10 में से नौ भारतीय परिवार उनके कम से कम एक ब्रांड का उपयोग करते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.