निवेशकों को पहली पसंद बने हुए हैं म्युचुअल फंड, 14 फीसद बढ़ा निवेश
म्युचुअल फंड लगातार निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। म्युचुअल फंड लगातार निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। सितंबर में खत्म हुई तिमाही में म्युचुअल फंड एसेट 14 फीसद बढ़कर 24 लाख करोड़ रुपये हो गए हैं। इसकी बड़ी वजह खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ना है। उद्योगों की ओर से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान का भी फायदा हुआ है। पिछले साल इस दौरान यह रकम 21 लाख करोड़ रुपये थी। बता दें कि फिलहाल म्युचुअल फंड उद्योग में कुल 41 कंपनियां हैं। इनके पास जून-अगस्त तिमाही में 23.4 लाख करोड़ रुपये थे।
विशेषज्ञों का मानना है इस बढ़ोतरी के पीछे खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी है। साथ ही इंडस्ट्री की तरफ से चलाए जा रहे जागरूकता अभियान से छोटे शहरों में म्युचुअल फंड को लेकर दिलचस्पी बढ़ रही है। इस वजह से सिस्टैमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (सिप) में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस वजह से म्युचुअल फंड हाउस के एयूएम में अच्छी वृद्धि देखने को मिली है और यह खुदरा निवेशकों की पहली पसंद बन रहे हैं। नियमित अंतराल पर छोटी-छोटी रकम जमा करने के ऑप्शन के कारण खुदरा निवेशक इसमें अच्छा निवेश कर रहे हैं.
म्युचुअल फंड उद्योग की 41 कंपनियों में 33 के एयूएम में समीक्षाधीन अवधि के दौरान बढ़ोतरी हुई है। जबकि सालाना आधार पर बाकी आठ कंपनियों के एयूएम में गिरावट आई है।
इस मामले में सबसे आगे आर्इसीआर्इसीआर्इ प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड है। पिछले महीने समाप्त हुर्इ तिमाही में इसके एयूएम 3,10,257 करोड़ रुपये पर थे। आईसीआईसीआई के बाद एचडीएफसी (3,06,360 करोड़ रुपये) और आदित्य बिड़ला सन लाइफ म्युचुअल फंड (2,54,207 करोड़ रुपये) का नंबर आता है। चौथे स्थान पर एसबीआर्इ म्युचुअल फंड (2,53,829 करोड़ रुपये ) है। इसने रिलायंस म्युचुअल फंड की जगह ली है। रिलायंस म्युचुअल फंड के एयूएम 2,40,445 करोड़ रुपये पर हैं। यह पहले चौथे स्थान पर था।