पोस्ट ऑफिस में चलती है ये शानदार सेविंग स्कीम, जानिए MIS के बारे में 10 बड़ी बातें
एमआईएस खाते को खुलवाने के बाद और खुलवाते समय नॉमिनेशन की सुविधा मिलती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इंडिया पोस्ट देशभर में अपनी डाक सेवाएं देने के अलावा बैंकिंग सेवाएं भी ग्राहकों को उपलब्ध करवाता है। इंडिया पोस्ट (पोस्ट ऑफिस) में छोटी बचत करने वालों के लिए तमाम सेविंग स्कीम्स का संचालन होता है। इन तमाम छोटी बचत योजनाओं में से मंथली इनकम स्कीम (एमआईएस) काफी खास है। कोई भी नागरिक डाकघर में एमआईएस अकाउंट खुलवा सकता है। इस खाते में जमा राशि पर 7.3 फीसद की दर से ब्याज दिया जाता है। सुरक्षित निवेश के लिहाज से यह स्कीम काफी बेहतर मानी जाती है।
पोस्ट ऑफिस के मंथली इनकम स्कीम (एमआईएस) अकाउंट में जमा राशि पर दिए जाने वाले ब्याज का भुगतान मासिक आधार पर होता है। आप न्यूनतम 1500 रुपये के मासिक के साथ मंथली इनकम अकाउंट खुलवा सकते हैं और इसमें अधिकतम निवेश 4.5 लाख रुपये का होता है। वहीं ज्वाइंट अकाउंट में यह निवेश 9 लाख रुपये का हो सकता है। यह जानकारी इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। हम अपनी इस खबर में इंडिया पोस्ट के मंथली इनकम स्कीम अकाउंट से जुड़ी 10 बड़ी बातें बता रहे हैं जो आपको जाननी चाहिए।
मंथली इनकम स्कीम अकाउंट से जुड़ी 10 बड़ी बातें:
- पोस्ट ऑफिस के मंथली इनकम स्कीम अकाउंट कोई भी व्यक्ति अपना खाता खोल सकता है। खाता चेक या नकद दोनों माध्यमों से खोला जा सकता है।
- इस खाते के मैच्योरिटी की अवधि 5 वर्ष की होती है। मंथली इनकम स्कीम का फायदा एनआरआई और हिन्दू अविभाजित फैमिली (HUF) नहीं ले सकते हैं।
- आयकर की धारा 80-सी के तहत मंथली इनकम स्कीम में निवेश पर टैक्स छूट नहीं मिलती है। एमआईएस के ब्याज पर टैक्स लगता है।
- एमआईएस खाते को खुलवाने के बाद और खुलवाते समय नॉमिनेशन की सुविधा मिलती है।
- एमआईएस खाते को एक डाकघर से दूसरे डाकघर में ट्रांस्फर करवाया जा सकता है।
- एमआईएस खाते को आप देशभर में डाकघर की किसी भी शाखा से खुलवा सकते हैं। लेकिन यहां आपको अधिकतम निवेश की सीमा का पालन करना होता है।
- नाबालिग के नाम पर भी खाता खोला जा सकता है। 10 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नाबालिग बच्चे इस खाते को खुलवा एवं उसका संचालन कर सकते हैं।
- दो या तीन वयस्कों की ओर से ज्वाइंट अकाउंट खुलवाया जा सकता है। इस खाते में सभी होल्डर बराबर के साझेदार होते हैं।
- सिंगल एमआईएस अकाउंट को ज्वाइंट एमआईएस में और ज्वाइंट एमआईएस को सिंगल एमआईएस में बदला जा सकता है।
- इस अकाउंट में जमा पैसों को समय से पहले पैसे निकालने पर नुकसान होता है। एक साल के भीतर जमा पैसे वापस ले लेने पर आपको इस पर कोई भी रिटर्न नहीं मिलेगा। एक साल के बाद आप अपने अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं, लेकिन 3 साल से पहले पैसे निकालने पर आपको 2 फीसद पेनाल्टी देनी पड़ती है। वहीं 3 साल के बाद जमा पैसे निकालने पर 1 फीसद की पेनाल्टी देनी होती है।