रिटायरमेंट के बाद चाहते हैं नियमित आय, आपको करना होगा ये काम
रिटायरमेंट के बाद पीपीएफ अच्छा निवेश विकल्प है। इसमें आपको सिर्फ पैसा जमा करना है और आप ब्याज लेते रहेंगे
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। रिटायरमेंट के बाद सबसे बड़ा सवाल नियमित आय को लेकर है। पेंशन वाले लोगों को इसकी कोई खास चिंता नहीं सताती लेकिन जिनके पास रिटायरमेंट के बाद आय का कोई साधन न हो उसके लिए सोचना जरूरी है। हम कुछ ऐसे विकल्प के बारे में बता रहे हैं जिनके जरिए आप रिटायरमेंट के बाद भी नियमित कमाई कर सकते हैं।
म्युचुअल फंड: रिटायरमेंट के बाद काम करना जरूरी नहीं है। आप बिना काम किए भी पैसा कमा सकते हैं। इसके लिए आप म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। आप ऐसे विकल्पों को देखें, रिसर्च करें और उनमें से जिसमें सबसे ज्यादा प्राफिट हो उसमें निवेश करें।
पीपीएफ: रिटायरमेंट के बाद पीपीएफ अच्छा निवेश विकल्प है। इसमें आपको सिर्फ पैसा जमा करना है और आप ब्याज लेते रहेंगे। इसकी ब्याज दर 8.7 फीसद है और इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसका ब्याज पूरा टैक्स फ्री होता है। आप बैंक और पोस्ट ऑफिस से पीपीएफ खोल सकते हैं। इसका लॉक-इन पीरियड 15 सालों का होता है।
फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी): रिटायरमेंट के बाद फिक्स्ड डिपॉजिट भी अच्छा आय विकल्प है। यह सुरक्षित और सुविधाजनक है। रिटायर लोगों के लिए एफडी एक निश्चित रिटर्न देती है। बता दें कि अलग-अलग बैंकों में एफडी पर मिलने वाले ब्याज की दर अलग-अलग होती है। पोस्ट ऑफिस और दूसरी कंपनियां भी एफडी की सुविधा देती हैं।
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम: इस स्कीम में 60 साल की उम्र के बाद निवेश किया जा सकता है। इसके अलावा अगर किसी कर्मचारी ने वॉलेन्टरी रिटायरमेंट सर्विस (VRS) ली है तो वे 55 साल की उम्र से इसमें निवेश कर सकते हैं। इसमें एक व्यक्ति 15 लाख रुपये तक का अधिकतम निवेश कर सकता है। इसमें निवेश पर आयकर में छूट मिलती है। दिसंबर 2018 में खत्म होने वाली तिमाही में इस स्कीम पर सालाना 8.7 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है।