आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री करनी है पता, जानिए स्टेप बाई स्टेप प्रोसेस
जानिए क्या है आधार की ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री जानने का पूरा प्रोसेस
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आधार आधारित ई-केवाइसी प्रक्रिया को व्यापक रूप से वित्तीय और गैर वित्तीय सेवाओं जैसे कि बैंक खाता खुलवाना या ई- सिग्नेचर के लिए अपनाया जा रहा है। ऐसे में आधार की हो रही ऑथेंटिकेशन को समय समय पर अच्छा विचार माना जा सकता है। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की वेबसाइट से यूजर्स आधार की ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री जान सकते हैं। जानिए इसे चेक करने का स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस-
1. कहां ढूंढ़ें- यूआईडीएआई ने यह सेवा अपनी वेबसाउट पर आधार सर्विसेज के अंतर्गत दी हैं। वेबसाइट के मुताबिक आप इस सेवा के जरिए अपने पुराने 50 ऑथेंटिकेशन जांच सकते हैं। यानी आप इससे जुड़ी बीते छह महीनों तक की जानकारी पा सकते हैं।
2. अपना आधार नंबर करें एंटर- वेब पेज पर पहुंचने के बाद आपसे आधार नंबर डालने की मांग की जाएगी। साथ ही यहां पर सिक्योरिटी कोड भी डालना होगा। इसके बाद आपको वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजा जाएगा। यह आपको आपके रजिस्टर्ड नंबर पर भेजा जाएगा।
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3. हिस्ट्री को करें सेलेक्ट- अगले पेज पर आप एक ड्रॉप डाउन लिस्ट देखेंगे जिसमें अलग अलग तरह की ऑथेंटिकेशन्स देखी जा सकती हैं। आप अपनी सुविधा अनुसार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री का चयन कर सकते हैं। ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री में- आपको डेमोग्राफिक, बायोमेट्रिक, ओटीपी, बायोमेट्रिक एंड ओटीपी, डेमोग्राफिक एंड ओटीपी और डेमोग्राफिक एंड बायोमेट्रिक जैसे ऑप्शन्स दिखेंगे। साथ ही यहां आपसे टाइम रेंज भी पूछी जाएगी। और इसके बाद ओटीपी डालना होगा।
4. लिस्ट को ढूंढ़ें- एक बार जानकारी देने के बाद यूआईडीएआई का पोर्टल आपको ऑथेंटिकेशन की लिस्ट दिखाएगा जहां पर ऑथेंटिकेशन मॉडेलिटी, डेट, टाइम, ऑथेंटिकेशन यूजर एजेंसी का नाम या एयूए, यूआईडीएआई रिस्पॉन्स कोड, ट्रांजेक्शन आईडी, ऑथेंटिकेशन रिस्पॉन्स और यूआईडीएआई एरर कोड दिखाया जाएगा। यहां पर जरूरी नहीं है कि वह समय और जगह बताई जाए जिस जगह ऑथेंटिकेशन की गई थी।
5. ईमेल पर जांचें डिटेल्स- अगर आपने आधार में अपना ईमेल रजिस्टर किया है तो आपको हर ऑथेंटिकेशन के बाद मेल भेजा जाता है। इसके लिए आप यूआईडीओआई की वेबसाइट से रिस्पॉन्स कोड देख सकते हैं। इससे आप अपनी किसी भी विशेष ट्रांजेक्शन के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। ईमेल में पता चलता है कि ऑथेंटिकेशन के लिए किस डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था। यह एजेंसी, टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर या वित्तीय सेवा कंपनी या फिर कोई एप जिसने आधार ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल किया हो।
6. इस जानकारी का कैसे करें इस्तेमाल- अगर आपको कोई भी ट्रांजेक्शन संदिग्ध लगती है तो आप एयूए से संपर्क कर पूछ सकते हैं कि ऑथेंटिकेशन क्यों की गई थी। साथ ही आप यूआईडीएआई से 1947 पर कॉल करके अपनी बात रख सकते हैं। या फिर help@uidai.gov.in पर संदिग्ध ट्रांजेक्शन के बारे में ईमेल कर सकते हैं।