इस आसान तरीके से समझें क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट, नहीं देनी पड़ेगी अतिरिक्त फीस
क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट बिलिंग साइकिल के अंत में जनरेट किया जाता है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट बिलिंग साइकिल के अंत में जनरेट किया जाता है। हर बिलिंग साइकिल के लिए यूजर को स्टेटमेंट भेजा जाता है। अगर आप क्रेडिट कार्ड यूजर हैं तो आपको अपने कार्ड की स्टेटमेंट को पढ़ते वक्त कई बातों पर गौर करना चाहिए। इन बातों पर गौर कर आप अतिरिक्त फीस चुकाने से बच सकते हैं।
स्टेटमेंट अवधि
क्रेडिट कार्ड बिल पर सबसे ऊपर स्टेटमेंट अवधि होती है। यह मंथली होती है। यदि आप ब्याज से बचना चाहते हैं तो इस अवधि को हमेशा ध्यान रखें। अधिकतर बैंक 55 दिनों के लिए ब्याज मुक्त अवधि देते हैं। आपको हमेशा अपनी स्टेटमेंट अवधि बिना किसी बकाया राशि के शुरू करनी चाहिए। यह बात याद रखने वाली है कि ब्याज मुक्त अवधि की शुरुआत स्टेटमेंट की तारीख से होती है ना कि क्रेडिट कार्ड से की गई शॉपिंग से।
पेमेंट ड्यू डेट
अगर आप पेमेंट ड्यू डेट तक पैसे जमा नहीं कराते हैं तो आपको बकाया पैसे पर फाइनेंस चार्ज और लेट पेमेंट फीस देनी होगी। क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में यह टॉप कॉर्नर के नीचे दी लिखी होती है।
फाइनेंस चार्जेज
स्टेटमेंट मिलने के लगभग 21 दिनों तक आप फाइनेंस चार्ज दे सकते हैं। फाइनेंस चार्जेज क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में दिया होता है। हालांकि, कुछ तरीकों से इसे चुकाने से बचा भी जा सकता है।
मिनिमम ड्यू अमाउंट जरूर जमा कराएं
हमेशा कोशिश करें कि अपने क्रेडिट कार्ड बिल को ड्यू डेट तक जमा कर दें। अगर किन्ही वजहों से आप ऐसा करने से चूक जाते हैं तो मिनिमम ड्यु अमाउंट जमा करने की कोशिश करें।
रिवार्ड्स की जानकारी
सारी फीस के साथ-साथ क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में आपको मिले हुए रिवार्ड्स के बारे में भी जानकारी दी होती है। हालांकि, सभी क्रेडिट कार्ड पर ऐसा नहीं होता है। स्टेटमेंट में दिए गए कॉलम में आप अपने रिवार्ड्स पॉइंट्स देख सकते हैं। इसके अलावा इसमें यह जानकारी भी होती है कि आपके कुल रिवार्ड पाइंट्स कितने हैं, इसमें से आपने कितने रिडीम कर लिए हैं और कितने पॉइंट्स बाकी हैं।
समय पर क्रेडिट कार्ड बिल जमा कर आप ब्याज और अतिरिक्त फीस देने से बच सकते हैं। साथ ही बेहतर फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए जरूरी है कि क्रेडिट कार्ड बिल का समय पर भुगतान होता रहे।