टैक्स सेविंग के लिए निवेश में न करें जल्दबाजी, ये 3 गलतियां पड़ेंगी बहुत भारी
प्रत्येक व्यक्ति को अपने वित्तीय लक्ष्य और प्राथमिकताओं को देखते हुए निवेश उत्पादों का चयन करना चाहिए
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त वर्ष 2018-19 खत्म होने के कगार पर है, इसे समाप्त होने में सिर्फ कुछ ही दिन बाकी हैं। इस समय लोग टैक्स बचाने के लिए अधिकतम रिटर्न वाले उत्पादों में निवेश का विकल्प ढूंढ रहे होते हैं और जल्दबाजी के चक्कर में ऐसे उत्पादों में निवेश कर जाते हैं जहां लाभ तो मिलता नहीं है बल्कि नुकसान हो जाता है।
अच्छे रिटर्न वाले निवेश चुनना कोई आसान काम नहीं है, सिर्फ टैक्स की नजर से ही उत्पादों में निवेश फायदेमंद नहीं होता है। ऐसी जगह निवेश करना चाहिए जहां पर लंबी अवधि के फायदों के साथ-साथ छोटी अवधि में भी फायदा मिले। यहां उन गलतियों की बात करेंगे जो लोग अक्सर निवेश के दौरान करते हैं।
निवेश के दौरान कभी न करें ये गलतियां-
बिना प्लानिंग के निवेश करना: प्रत्येक व्यक्ति को अपने वित्तीय लक्ष्य और प्राथमिकताओं को देखते हुए निवेश उत्पादों का चयन करना चाहिए। कई बार बाजार में लोगों को लंबी अवधि के उत्पादों में निवेश के लिए उकसाया जा सकता है, लेकिन अपनी प्राथमिकताओं और लक्ष्यों को देखकर ही निवेश करना चाहिए।
निवेश करने में देरी: कई बार लोग टैक्स बचाने के लिए साल के खत्म होने का इंतजार करते हैं, लेकिन ये ठीक नहीं है। साल के खत्म होने पर आप निवेश का प्लान बनाएंगे तो जल्दबाजी में अक्सर गलती होने की संभावना हो सकती है। निवेश करने से पहले अच्छे से प्लानिंग बनाए और समय लेकर पूरी जानकारी लें और फिर उत्पाद का चयन करें।
उचित उत्पाद का चयन: कई बार लोग वर्तमान वित्त वर्ष में टैक्स बचाने के लिए सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में मिलने वाली छूट को देखते हुए निवेश कर देते हैं जबकि ये भी देखना चाहिए कि परिपक्वता के वक्त उस पर टैक्स में छूट मिलेगी भी या नहीं।
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