अपना घर खरीदने से पहले जान लीजिए को-ओनरशिप के फायदे
घर खरीदना हर किसी का सपना होता है लेकिन अगर यह काम सूझबूझ के साथ किया जाए तो फायदा मिल सकता है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सभी चाहते हैं कि उनके पास अपना एक घर हो। यह बहुत जरूरी है क्योंकि लोग अपने जीवनकाल में लोन का एक बड़ा हिस्सा घर के लिए लेते हैं। हालांकि सरकार की ओर से संयुक्त संपत्ति स्वामित्व को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं लेकिन फिर भी बहुत से लोग इस विकल्प को नहीं चुनते हैं। को-ओनर के लिए कई तरीकों से संयुक्त संपत्ति स्वामित्व बहुत फायदेमंद है।
चूंकि बहुत से लोग को-ओनरशिप के फायदे के बारे में नहीं जानते हैं। हम इस खबर में आपको संयुक्त संपत्ति स्वामित्व के बारे में बता रहे हैं।
संपत्ति के को-ओनरशिप होने के कुछ फायदे:
स्टाम्प ड्यूटी: भारत के अधिकांश राज्यों में पुरुषों और महिलाओं के लिए स्टाम्प ड्यूटी अलग है। दिल्ली में महिलाओं को 4 फीसद स्टैम्प ड्यूटी का भुगतान करना होता है, जबकि पुरुषों को 6% स्टाम्प ड्यूटी खरीदने का भुगतान करना होता है, लेकिन यदि संपत्ति दोनों के स्वामित्व में है, तो स्टैम्प ड्यूटी 5 फीसद है।
लोन: संपत्ति के को-ओनरशिप होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे लोन मिलने की पात्रता बढ़ जाती है। यदि एक से अधिक व्यक्ति लोन के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो बैंक आवेदकों की संयुक्त आय को देखेगा जो लोन मंजूर होने की संभावना को बढ़ाता है।
कैसे होगा लोन का भुगतान: यदि ईएमआई का भुगतान करने वाले दो लोग हैं तो लोन चुकाना आसान है। अधिकांश रियल एस्टेट विशेषज्ञ विवाहित जोड़े को संयुक्त को-ओनरशिप की सलाह देते हैं।
टैक्स लाभ: सह-मालिक आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत स्टैम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क सहित लोन के मूल भुगतान पर 1.5 लाख रुपये तक की कटौती का लाभ उठा सकते हैं।