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आभूषणों की खरीदारी से पहले पहचान लें हॉलमार्क के चार निशान, खरीदारी के लिए चुनें निबंधित दुकान

त्योहारों के मौसम में आभूषण विक्रेताओं की ओर से ऑफर पेश किए जा रहे हैं। आभूषणों की खरीदारी के लिए लोगों ने योजना भी बनानी शुरू कर दी है। ऐसे में सतर्क रहना भी जरूरी है क्योंकि आए दिन सोने की शुद्धता को लेकर शिकायतें भी आती रहती हैं।

By Manish MishraEdited By: Published: Tue, 13 Oct 2020 09:30 AM (IST)Updated: Tue, 13 Oct 2020 06:07 PM (IST)
आभूषणों की खरीदारी से पहले पहचान लें हॉलमार्क के चार निशान, खरीदारी के लिए चुनें निबंधित दुकान
Before shopping for jewelery identify four hallmark marks choose a registered shop for shopping (PC: pixabay.com)

जागरण संवाददाता, पटना। त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है। आभूषण विक्रेताओं की ओर से ऑफर भी पेश किए जा रहे हैं। आभूषणों की खरीदारी के लिए लोगों ने योजना भी बनानी शुरू कर दी है। ऐसे में सतर्क रहना भी जरूरी है, क्योंकि आए दिन सोने की शुद्धता को लेकर कई तरह की शिकायतें भी आती रहती हैं। लिहाजा, समय से पहले ही सोने की शुद्धता की पहचान करने के साथ ही जरूरी बातों को जान लेना भी जरूरी है। हॉलमार्क आभूषण की शुद्धता के बारे में आपको जानकारी देता है।

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हॉलमार्क के चार निशान

हॉलमार्क के आभूषण खरे होते हैं। हॉलमार्क में कुल चार निशान होते हैं। पहले निशान के रूप में ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड का लोगो होता है। यह तिकोना होता है। दूसरा निशान सोने की शुद्धता का होता है। यानी आभूषण कितने कैरेट का है। हॉलमार्क आभूषण में अगर 585 लिखा है तो समझिए कि यह 14 कैरेट का है। अगर 750 लिखा है तो यह 18 कैरेट का आभूषण है, और अगर 916 लिखा है तो यह 22 कैरेट का आभूषण है। तीसरा निशान हॉलमार्क केंद्र का होता है। अर्थात आभूषण विक्रेता ने जिस अधिकृत केंद्र से अपने आभूषणों को हॉलमार्क कराया है, उस केंद्र का लोगो रहेगा। चौथा निशान आभूषण विक्रेता का होता है, जिस दुकान से खरीदारी होती है।

निबंधित दुकानों से ही करें आभूषणों की खरीदारी

ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड के अधिकारी गोपाल प्रसाद सिंह कहते हैं, हर उपभोक्ता को निबंधित दुकान से ही आभूषणों की खरीदारी करनी चाहिए। सभी दुकानों में निबंधन का सर्टिफिकेट उपलब्ध होता है। इसे देखना चाहिए। अगर किसी उपभोक्ता को किसी तरह का भ्रम होता है तो वह अपने मोबाइल फोन के एप स्टोर से बीआइएस केयर एप डाउनलोड कर निबंधित दुकानों की जानकारी ले सकता है। इसके साथ ही खरीदारी का पक्का बिल लेना चाहिए।


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