पैसे बचाने के लिए अपनाएं ये तरीके, मिनटों में हो जाएगा आपका काम
अगर आपने ऐसा हेल्थ इंश्योरेंस ले रखा है जिसकी आपको जरूरत नहीं है तो उसे बंद कर दें
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। महंगाई के दौर हर कोई पैसे की बचत करना चाहता है। अधिकतर लोग पैसों की बचत के लिए अपनी आदतों में सुधार या खर्चों में कटौती की सलाह देते हैं। वहीं कुछ ऐसी छोटी-छोटी चीजें हैं जिनकी मदद से आप अच्छी बचत कर सकते हैं। आइए जानते हैं उन बातों के बारे में जिनकी मदद से आप पैसे बचा सकते हैं।
बैंक को बदल लें: विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर आप अपनी सेविंग्स पर सालाना कम से कम एक फीसद ब्याज नहीं कमा रहे हैं तो आप अपना नुकसान कर रहे हैं। अगर आपको सेविंग्स पर ब्याज नहीं मिलता है तो आपको बैंक बदल लेना चाहिए। कई बैंक सेविंग्स पर अच्छा ब्याज देते हैं। इसलिए अच्छे ब्याज देने वाले बैंक में अपना अकाउंट खोले।
इंटरनेट प्रोवाइडर से नेगोशिएट करें: अगर आप किसी इंटरनेट प्रोवाइडर से लंबे समय से जुड़े हैं तो उनसे अपने बिल अमाउंट के बारे में बात करें। इंटरनेट प्रोवाइडर समय-समय पर कई ऑफर्स चलाते हैं। इसलिए हो सकता है कि आपको कोई सस्ता ऑफर मिल जाए। इससे आपको हर महीने कुछ बचत हो जाएगी।
ऑटो पेमेंट सेट करें: अपने बिल के लिए ऑटो पे सेट कर लें। इसका मतलब है कि तय समय आते ही आपके अकाउंट से आपके बिल का अमाउंट कट जाता है। इससे बिल चुकाने की आखिरी तारीख निकलने का झंझट खत्म हो जाता है। अगर आप समय पर बिल चुकाते रहेंगे तो आपको उन पर पेनाल्टी नहीं देनी पड़ेगी। साथ ही कई कंपनियां अपने ग्राहकों को ऑटोमैटिक बिलिंग करने पर कई दूसरे फायदे भी देती हैं। इसलि बिल की ऑटो पेमेंट कर आप हर महीने अपने कुछ पैसे बचा सकते हैं।
हेल्थ इंश्योरेंस पर विचार करें: अगर आपने ऐसा हेल्थ इंश्योरेंस ले रखा है जिसकी आपको जरूरत नहीं है तो उसे बंद कर दें। उदाहरण के लिए कुछ लोग हेल्थ इंश्योरेंस के साथ कैंसर इंश्योरेंस भी ले लेते हैं, जबकि उन्हें इसकी जरूरत नहीं होती है। ऐसे में उन्हें तय समय पर दोनों इंश्योरेंस का प्रीमियम चुकाना होता है। इसलिए अगर आपको किसी इंश्योरेंस की जरूरत नहीं है तो उसे बंद कर दें। इससे भी आप काफी बचत कर सकते हैं।
पोस्टपेड मोबाइल कनेक्शन को प्रीपेड में बदल लें: पोस्टपेड मोबाइल कनेक्शन की लागत हर महीने बिल आने पर पता चलती है। वहीं प्रीपेड कनेक्शन में आप जरूरत के हिसाब से रीचार्ज करवाते हैं और अगर यह खत्म हो जाता है तो आपको फिर से रीचार्ज करवाना होगा। इससे आपको फोन पर हुए खर्च का पता चलता रहता है। वहीं पोस्टपेड में ऐसा नहीं होता। इसलिए अपने पोस्टपेड कनेक्शन को प्रीपेड कनेक्शन में बदल लें।