पोस्ट ऑफिस स्कीम्स: यहां मिलता है 8 फीसद तक का ब्याज और टैक्स बेनिफिट, जानिए
पीपीएफ अकाउंट वेतनभोगी और व्यापारी वर्ग दोनों के लिए ही होता है। यह अकाउंट नाबालिग और बालिग दोनों का हो सकता है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। नए वित्त वर्ष की शुरुआत के साथ ही हर किसी को बेहतर निवेश के साथ साथ टैक्स बचत की चिंता सताने लगती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वित्त वर्ष बीतते ही हमें आईटीआर दाखिल करना होता है जिसमें हमें निवेश से जुड़ी सभी जानकारियां देनी होती है, जिनके आधार पर हम टैक्स बेनिफिट पाना चाहते हैं। ऐसा न होने की सूरत में आपको नियमों के अनुसार टैक्स का भुगतान करना पड़ सकता है। हालांकि पोस्ट ऑफिस में चलने वाली कुछ सेविंग स्कीम्स आपको इसका समाधान देती हैं। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2017-18 के लिए आईटीआर फाइल करने की आखिरी तारीख 31 अगस्त 2018 निर्धारित है।
पोस्ट ऑफिस की सेविंग स्कीम्स में न सिर्फ आप अच्छा खासा ब्याज हासिल कर सकते हो बल्कि आप इसमें निवेश से काफी सारा इनकम टैक्स भी बचा सकते हो। हम अपनी इस खबर में आपको इन्हीं स्कीम्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं। जानिए पोस्ट ऑफिस की ऐसी स्कीम्स के बारे में जो बचत से साथ टैक्स बेनिफिट भी देती हैं....
पब्लिक प्रोविडंट फंड (पीपीएफ): पीपीएफ अकाउंट वेतनभोगी और व्यापारी वर्ग दोनों के लिए ही होता है। यह अकाउंट नाबालिग और बालिग दोनों का हो सकता है। इसका मैच्योरिटी पीरियड 15 वर्ष है, जिसे 5 और वर्षों के लिए बढ़वाया जा सकता है। इसमें जमा पर 7.6 फीसद का ब्याज मिलता है।
टैक्स बेनिफिट: पीपीएफ अकाउंट को बैंक और पोस्ट ऑफिस में खुलवाया जा सकता है और इसमें एक साल के भीतर 1.5 लाख रुपये तक का निवेश आयकर की धारा 80C के अंतर्गत कर छूट के दायरे में आता है।
वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (एससीएसएस): यह बचत योजना खासतौर पर 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए है। ये 60 की उम्र पार कर चुके लोगों के लिए निवेश का शानदार विकल्प है। हालांकि, 55 साल से 60 साल की उम्र के बीच में रिटायर होने वाले या वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेने वाले व्यक्ति भी रिटायरमेंट के तीन माह पहले यह खाता खोल सकते हैं। एक हजार रुपए से यह खाता खोला जा सकता है। इसमें अधिकतम निवेश की सीमा 15 लाख रुपए है। इस अकाउंट का म्योच्योरिटी पीरियड पांच साल है। इस खाते को अपनी पत्नी के साथ ज्वाइंट अकाउंट के रुप में भी खोला जा सकता है। इस पर 8.3 फीसद की दर से ब्याज मिलता है।
टैक्स बेनिफिट: पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में एक साल के भीतर किया गया 1.5 लाख रुपये तक का निवेश आयकर की धारा 80C के अंतर्गत कर छूट के दायरे में आता है, लेकिन इस खाते पर अर्जित किया गया ब्याज कर योग्य होता है।
राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी): अगर आप सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर रिटर्न भी चाहते हैं तो आपको इसका चयन करना चाहिए। इस योजना को सरकारी कर्मचारी, बिजनेसमैन और कर अदा करने वाले अन्य वेतन भोगियों की जरूरतों को मद्देनजर रखते हुए जारी किया गया है। इसमें निवेश की कोई सीमा नहीं होती है। राष्ट्रीय बचत पत्र दो तरह के होते हैं पहल है, टाइप-1 (VIII इश्यू) और दूसरा, टाइप-2 (IX इश्यू)। इस पर टीडीएस नहीं कटता है। ट्रस्ट और एचयूएफ इसमें निवेश नहीं कर सकते हैं। इसमें जमा पर 7.6 फीसद की दर से ब्याज मिलता है।
टैक्स बेनिफिट: इसमें जमा पर आयकर की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है। इसमें भी एक वित्त वर्ष के दौरान 1.5 लाख रुपये तक का निवेश कर छूट के दायरे में आता है।
पोस्ट ऑफिस सुकन्या समृद्धि अकाउंट: पोस्ट ऑफिस में खोला जाने वाला यह अकाउंट भी कमाल का है। इस स्कीम में एक वित्त वर्ष के दौरान न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपयों का निवेश करना होता है। इसमें लंप-संप निवेश किया जा सकता है। एक महीने में या वित्तीय वर्ष में जमा की संख्या पर कोई सीमा नहीं है। एक वैधानिक अभिभावक या मूल अभिभावक लड़की के नाम पर अकाउंट खुलवा सकते हैं। यह खाता लड़की के पैदा होने के अगले 10 वर्षों के भीतर खुलवाया जा सकता है। इस खाते पर 8.1 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। लड़की के 21 साल पूरे होने पर यह खाता बंद हो जाता है।
टैक्स बेनिफिट: सुकन्या समृद्धि अकाउंट में जमा पर आयकर की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है।
यह भी पढ़ें: पोस्ट ऑफिस में चलती हैं 9 तरह की बचत योजनाएं, जानें कहां मिलता है कितना ब्याज