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आपका निवेश कितने दिन में हो जाएगा डबल, ऐसे करें पता

इस तरह पता करें कि आपका पैसा कितने दिनों में दोगुना हो जाएगा

By Surbhi JainEdited By: Published: Wed, 22 Aug 2018 05:47 PM (IST)Updated: Thu, 23 Aug 2018 07:03 AM (IST)
आपका निवेश कितने दिन में हो जाएगा डबल, ऐसे करें पता
आपका निवेश कितने दिन में हो जाएगा डबल, ऐसे करें पता

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। किसी भी निवेश से पहले दो बातों का ख्याल रखना चाहिए। पहला, निवेश योजना पर मिलने वाला रिटर्न और दूसरा, निवेश की गई राशि पर जोखिम। हर निवेशक की पहली पसंद ऐसे निवेश विकल्प होते हैं जो कम जोखिम पर अधिक रिटर्न देते हैं। साथ ही उनका उद्देश्य थोड़े समय में अपनी पूंजी को दोगुना करने का होता है। ऐसे में अगर आपको पता चल जाए कि किसी स्कीम में निवेश कर कितने दिनों में आपके पैसे दोगुना हो सकता है तो निश्चित तौर पर आपके लिए निवेश की राह थोड़ी आसान हो सकती है।

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इस खबर में आपको यही बताने की कोशिश कर रहे हैं कि किसी योजना या विकल्प में निवेश कर कितने दिनों में पैसे दोगुने हो जाएंगे। इसके लिए रूल ऑफ 72 यानी 72 के नियम का इस्तेमाल किया जाता है।

क्या है रूल ऑफ 72?

  • रूल ऑफ 72 के मुताबिक यदि आपने एक निश्चित राशि निवेश की है और उस पर आपको सालाना एक तय दर से ब्याज मिलता है तो आप वह ब्याज की दर को 72 से भाग करके यह पता लगा सकते हैं कि कितने दिन में आपका पैसा डबल हो जाएगा।
  • उदाहरण के तौर पर आपने बैंक में 50,000 रुपए की एफडी करा रखी है, जिस पर आपको 8 फीसदी की दर से सलाना ब्याज मिलता है। तो नियम के मुताबिक (72/8 = 9) नौ वर्षों में आपका पैसा डबल होकर 1,00,000 हो जाएगा।
  • इसी तरह अगर आपने सेविंग अकाउंट में 10,000 रुपए जमा कर रखें हैं जिसपर आपको तय 4 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है तो आपका पैसा डबल होने में 72/4= 18 वर्ष लग जाएंगे।

क्यों किया गया 72 के अंक का चुनाव?

72 की संख्या 1,2,3,4,6,8,9 और 12 सभी का विभाजक है। साथ ही यह ब्याज दर के हिसाब से अवधि का सटीक आकलन कर देता है और इसमें ब्याज दर के हिसाब से भी अवधि निकालने में भी आसानी रहती है।

कब होता है 72 का नियम लागू?

जब निवेशक को किसी निवेश पर चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है तब वहां पर आप रुल ऑफ 72 लागू नहीं होता है। यह नियम तभी लागू होता है जब निवेश एक निश्चित राशि का किया गया हो उस पर सालाना एक निश्चित दर से ब्याज मिलता हो। मसलन, एफडी, किसान विकास पत्र, बॉण्ड आदि में किया गया निवेश।


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