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रिटायरमेंट के बाद भी चाहते हैं शानदार जिंदगी तो अपनाएं निवेश का ये फॉर्मूला

रिटायरमेंट के बाद आपकी लाइफ अच्छी तरह से चले तो उसके लिए आपको पहले से ही पैसा बचाकर चलना चाहिए।

By Sajan ChauhanEdited By: Published: Fri, 10 May 2019 06:43 PM (IST)Updated: Sun, 12 May 2019 08:04 AM (IST)
रिटायरमेंट के बाद भी चाहते हैं शानदार जिंदगी तो अपनाएं निवेश का ये फॉर्मूला
रिटायरमेंट के बाद भी चाहते हैं शानदार जिंदगी तो अपनाएं निवेश का ये फॉर्मूला

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के बाद आपकी लाइफ अच्छी तरह से चले तो उसके लिए आपको पहले से ही पैसा बचाकर चलना चाहिए। जिस प्रकार से महंगाई बढ़ती जा रही है तो उसको देखते हुए भविष्य में आज के मुकाबले ज्यादा बड़े फंड की जरूरत होगी। आप जितना जल्दी शुरुआत करेंगे रिटायरमेंट के लिए उतना ही ज्यादा फंड जमा कर पाएंगे। इसके लिए आप इक्विटी-ओरिएंटेड एसेट में बड़े अमाउंट का निवेश करें और साथ में जरूरत के लिए फंड भी रखें।

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जल्द निवेश करें शुरू: लाइफ में जितना जल्द निवेश शुरू करेंगे तो थोड़ी सी बचत के साथ भी भविष्य के लिए बड़ा फंड जमा कर पाएंगे। 25 साल की उम्र में प्रति माह 1,821 रुपये तक के निवेश से 55 साल की उम्र तक 1 करोड़ रुपये जमा किए जा सकते हैं। ऐसा तब होगा जब आपका निवेश 14 फीसद की चक्रवृद्धि से बढ़ेगा। वहीं अगर देरी से सेविंग की जाएगी तो हर महीने अधिक बचत करनी होगी।

इक्विटी में करें अधिक निवेश: रिटायरमेंट के बाद 25-30 वर्ष का समय ठीक प्रकार से बिताने के लिए एक बड़े अमाउंट की जरूरत होगी। ज्‍यादा निवेश इक्विटी में होगा तो अधिक फंड प्राप्त किया जा सकता है। 25-30 सालों में रिटायरमेंट सेविंग का कम से कम 80 फीसद इक्विटी में निवेश करना चाहिए, क्योंकि इससे 12-14 फीसद का चक्रवृद्धि ब्याज मिलेगा। 30 वर्ष की उम्र में हर महीने पीपीएफ में 5,000 रुपये और ईएलएसएस फंड में 5,000 रुपये सेव कर रहे हैं तो ईएलएसएस फंड्स 12 फीसद का सीएजीआर रिटर्न और पीपीएफ पर 8 फीसद का रिटर्न मिलेगा तो 15 सालों में अमाउंट 42 लाख रुपये से अधिक हो जाएगा। यदि आप 80 फीसद यानि कि 8,000 रुपये ईएलएसएस और 20 फीसद यानि कि 2,000 रुपये पीपीएफ में निवेश करते हैं तो अमाउंट 47 लाख रुपये तक हो जाएगा।

इमरजेंसी के लिए फंड है जरूरी: अपने मासिक खर्चों को देखते हुए कम से कम 6 महीने का इमरजेंसी फंड बनाना जरूरी है। यह फंड नौकरी छूटने, अस्पताल में भर्ती होने या अन्य किसी आपात स्थिति में काम आएगा। इसलिए कम से कम 6 माह के लिए पैसा किसी लिक्विड फंड में निवेश करें।  

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