Bank vs Post Office RD: बैंक या पोस्ट ऑफिस दोनों में से कहां खुलवाएं रेकरिंग डिपॉजिट खाता, जानें कौन है बेहतर
bank rd vs post office rd आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में RD अकाउंट खुलवा सकते हैं।
नई दिल्ली, नितेश कुमार तिवारी। बचपन से ही हमें पैसे बचाने की शिक्षा माता-पिता देते हैं। बड़े-बुजुर्गों से उपहार के तौर पर मिले पैसे जोड़ने के लिए हमलोग गुल्लक का इस्तेमाल करते आए है। बड़े होने के साथ ही हमारी जिम्मेदारियां बढ़ती हैं और हम बचत के पैसों पर बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं। बचत के साथ अगर हम निवेश की बात करें तो हर महीने एक निश्चित बचत के साथ बिना किसी जोखिम के तय रिटर्न के लिए Recurring Deposit (RD) बेहतर विकल्प है। आप जब हर महीने एक निश्चित राशि बचाएंगे तो एक समय के बाद आपके बैंक खाते में अच्छा खासा धन जमा हो जाएगा। आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में RD अकाउंट खुलवा सकते हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि बैंक और पोस्ट ऑफिस में किस जगह निवेश करना बेहतर विकल्प होगा। आइए तफसील से समझते हैं कि किस जगह आरडी खुलवाना आपके लिए फायदे का सौदा होगा।
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट
इंडिया पोस्ट पूरे देश में 1.5 लाख से अधिक डाकघरों का नेटवर्क संचालित करता है, जिसके जरिये ग्राहकों को विभिन्न प्रकार की बैंकिंग सेवाएं मिलती हैं। इसमें रेकरिंग डिपॉजिट (आरडी) की सुविधा भी है। आरडी खाता नकद के साथ-साथ चेक द्वारा भी खोला जा सकता है। डाकघर में कितने भी आरडी खाते खोले जा सकते हैं। इसमें खाता नाबालिग के नाम से भी खाता खोला जा सकता है।
सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर और सर्टिफायड फाइनेंशियल प्लानर मणिकरन सिंघल ने कहा, दोनों में कोई खास फर्क नहीं है, जो बैंक दे रहा है वो पोस्ट ऑफिस दे रहा है, दोनों टैक्सेबल हैं। सुरक्षा के लिहाज से देखा जाए तो पोस्ट ऑफिस आरडी ज्यादा बेहतर हैं। बैंक ज्यादा एक्सेसबल हैं। उन्होंने कहा कि बैंक में आप ऑनलाइन लेनदेन कर सकते हैं। जबकि पोस्ट ऑफिस में यह लिमिटेड है। बैंक ज्यादा इनोवेटिव हैं। कुछ बैंक में आरडी रुकने (पॉज) के बाद भी दोबारा से चालू हो जाती है।
वहीं सेबी रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर और सर्टिफायड फाइनेंशियल प्लानर जितेंद्र सोलंकी ने कहा कि पोस्ट ऑफिस आरडी की तुलना में बैंक आरडी ज्यादा आसान है। इसमें बैंक की तरफ से कई सुविधाएं हैं जैसे ऑनलाइन लेनदेन आसान है। बैंक के ब्रांच भी आसानी से मिल जाएंगे। इसलिए पोस्ट ऑफिस की तुलना में बैंक आरडी ज्यादा बेहतर है।
अवधि: पोस्ट ऑफिस आरडी में 10 वर्ष और उससे अधिक आयु का नाबालिग खाता खोल और संचालित कर सकता है। पोस्ट ऑफिस आरडी खाते की मैच्योरिटी अवधि 5 वर्ष है। हालांकि, इसे वर्ष-दर-वर्ष के आधार पर अगले पांच वर्षों तक जारी रखा जा सकता है। इसे कम से कम 10 रुपये से खोला जा सकता है। पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
ब्याज दरः पोस्ट ऑफिस में आरडी करवाने पर आपको 7 फीसद से ज्यादा ब्याज मिलता है। पोस्ट ऑफिस के आरडी पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा हर तिमाही में सरकार की ओर से की जाती है और सरकार ही ब्याज तय करती है। बैंक आम तौर पर आरडी पर ब्याज दर में बदलाव नहीं करते हैं। एक बार ब्याज तय होने के बाद आरडी की अवधि के दौरान वहीं ब्याज दर बना रहता है।
मैच्योरिटी से पूर्व निकासीः पोस्ट ऑफिस और Bank दोनों में मेच्योरिटी से पहले निकासी की जा सकती है। हालांकि, इसके लिए जुर्माना भरना पड़ता है। डाकघर में आरडी कराने पर एक साल बाद आप 50 फीसद तक की राशि निकाल सकते हैं।