सीरी की मदद से आसान नहीं है बैंकिंग की राह, हो सकती है धोखेबाजी
अमेरिका में सबसे पहले बैंकिंग दिग्गज यूएस बैंक ने इस वर्ष मार्च में सॉफ्ट लॉन्च के तहत एलेक्सा, सिरी और असिस्टेंट के जरिये बैंकिंग सेवा की शुरुआत की
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। गूगल के असिस्टेंट, एपल के सिरी या अमेजन के एलेक्सा स्पीकर से कोई भी सवाल पूछिए, ये आपको उसका सटीक जवाब देंगे। संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) में बड़े बैंकों और वित्तीय संस्थाओं ने एलेक्सा, सिरी और असिस्टेंट के माध्यम से बैंकिंग सेवाएं भी शुरू की हैं। इसके तहत ग्राहक अपने खाते का बैलेंस पूछ सकेंगे, बिलों का भुगतान कर सकेंगे और कई अन्य बैंकिंग सेवाएं ले सकेंगे। अमेरिका में बैंक और वित्तीय संस्थाएं तेजी से जेले नामक बैंक-टु-बैंक ट्रांसफर सिस्टम अपना रही हैं।
हालांकि विशेषज्ञों के मुताबिक इस व्यवस्था में सुरक्षा की बड़ी चुनौतियां हैं। वे मानते हैं कि वर्चुअल असिस्टेंट और स्मार्ट स्पीकर जैसी चीजें बेहद नई तकनीक हैं। ऐसे में पर्सनल बैंकिंग जैसी बेहद संवेदनशील सेवा ऐसी तकनीकों के जरिये लेने की सबसे बड़ी चुनौती साइबर अपराधियों द्वारा धोखाधड़ी करने की ही है। अमेरिका में सबसे पहले बैंकिंग दिग्गज यूएस बैंक ने इस वर्ष मार्च में सॉफ्ट लॉन्च के तहत एलेक्सा, सिरी और असिस्टेंट के जरिये बैंकिंग सेवा की शुरुआत की थी। इसी महीने से बैंक ने ग्राहकों को यह विकल्प देने की मार्केटिंग शुरू की। क्रेडिट कार्ड कंपनियां कैपिटल वन और अमेरिकन एक्सप्रेस ने एलेक्सा स्किल्स के जरिये ग्राहकों को अपने खाते का बैलेंस और बिल भुगतान करने की सेवा देनी शुरू की है।
यूएस बैंक के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट गैरेथ गैस्टन ने कहा कि फिलहाल यूएस बैंक ने ‘बैंक बाय वॉयस’ यानी बोलकर बैंकिंग सेवा लेने की व्यवस्था बेहद सीमित रखी है। बैंक के ग्राहक एलेक्सा या गूगल असिस्टेंट से सिर्फ क्रेडिट कार्ड या मॉरगेज की बिल तिथि जान और भुगतान कर सकेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे स्मार्ट स्पीकर से जब बैंकिंग जैसी संवेदनशील सेवा देने की बात है तो मामला बिल्कुल विपरीत होता है। इंटरनेट सिक्योरिटी सेवा मुहैया कराने वाली कंपनी कैस्परस्की लैब के सिक्योरिटी रिसर्चर कुर्त बॉमगार्टनर ने कहा कि ऐसी सेवाओं के तहत ग्राहकों की आवाज रिकॉर्ड की जा सकती है और उसके जरिए धोखाधड़ी हो सकती है।