पेट्रोकेमिकल्स बिजनेस की मजबूती से रिलायंस को 9,459 करोड़ रुपये का मुनाफा, Jio ने कमाए 612 करोड़
पेट्रोकेमिकल बिजनेस में हुए शानदार ग्रोथ के दम पर रिलायंस इंडस्ट्रीज मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 9,459 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाने में कामयाब रही है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने बेहतर नतीजे दिए हैं। कंपनी को पहली तिमाही में 9,485 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है। कंपनी के मुनाफे की बड़ी वजह पेट्रोकेमिकल्स बिजनेस से हुई दोगुनी आमदनी रही। जियो ब्रांड के तहत टेलीकॉम बिजनेस में तहलका मचाने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुख्य कारोबार पेट्रोकेमिकल्स ही है।
कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुल 8,021 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। मौजूदा मुनाफा पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में हुए लाभ से 18 फीसद अधिक है।
कंपनी के रेवेन्यू में 56.5 फीसद की बढ़ोतरी हुई और यह बढ़कर 141,699 करोड़ रुपये हो गया।
नतीजे को लेकर जारी बयान में कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा, 'हमारे पेट्रोकेमिकल्स बिजनेस का एबिटा शानदार रहा है। कई चुनौतियों के बावजूद हमारा रिफाइनिंग बिजनेस का प्रदर्शन स्थिर और मजबूत रहा है।'
वहीं वित्त वर्ष की पहली तिमाही में रिलायंस जियो को 612 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है।
अंबानी ने कहा कि रिलायंस जियो रिकॉर्ड संख्या में उपभोक्ताओं को जोड़ने में सफल रही है। गौरतलब है कि जियो के दखल के बाद टेलीकॉम मार्केट में प्राइस वॉर छिड़ा हुआ है। जियो की वजह से जहां अन्य टेलीकॉम कंपनियों दबाव में हैं वहीं बाजार में एकीकरण (वोडाफोन और आइडिया का विलय) की भी शुरुआत हुई है।
न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक जियो 40 करोड़ सब्सक्राइबर्स का लक्ष्य हासिल करने तक प्राइस वॉर को जारी रखेगी। साफ शब्दों में समझा जाए तो लक्ष्य हासिल होने तक कंपनी अपने रेट में कोई इजाफा नहीं करेगी।
जियो के पास फिलहाल 21.5 करोड़ यूजर्स है। रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में की गई शुरुआत के बाद कंपनी बेहद तेजी के साथ अपना यूजर्स बेस बढ़ाने में सफल रही है।
शुक्रवार को बीएसई में कंपनी का शेयर 1.73 फीसद की उछाल के साथ 19.25 रुपये बढ़कर 1129.60 रुपये पर बंद हुआ। हाल ही में रिलायंस 100 अरब डॉलर के क्लब में शामिल हुई है। भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस (टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज) के 100 अरब डॉलर (करीब 6.85 लाख करोड़ रुपये) की कंपनी बनने के बाद रिलायंस ने भी यह उपलब्धि हासिल की।
शुक्रवार को हुई क्लोजिंग के आधार पर बीएसई में कंपनी का बाजार पूंजीकरण करीब 7 लाख 16 हजार करोड़ रुपये रहा।
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