ILFS, DHFL और अन्य NBFC कंपनियों में यस बैंक के लोन की जांच कर रहा RBI
आईएलएंडएफएस संकट की वजह से बैंकिंग सिस्टम में नकदी की समस्या पनप रही है, जिस पर बैंकिंग और मार्केट रेग्युलेटर इस पर नजर बनाए हुए हैं। इस समूह पर करीब 91,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने संकटग्रस्त कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग एंड फाइनैंशियल सर्विसेज (आईएलएंडएफएस), दीवान हाउसिंग फाइनैंस (डीएचएफएल), इंडियाबुल्स ग्रुप, सुधीर वालिया प्रोमोटेड फॉर्च्यून फाइनैंशियल सर्विसेज इंडिया और सुरक्षा एआरसी को यस बैंक की तरफ से दिए गए कर्ज की जांच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरबीआई की निगरानी टीम ने इन सभी कंपनियों को दिए गए लोन की मंजूरी के साथ उसके बही खातों की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही अन्य दस्तावेजों की भी छानबीन की जा रही है।
आरबीआई ने गुरुवार को बैंक को चिट्ठी लिखकर इन सभी कंपनियों को दिए गए लोन के बारे में विस्तार से जानकारी मांगी थी।
खबरों के मुताबिक, ‘आईएलएंडएफएस संकट के बीच आरबीआई की यस बैंक और नॉन बैंकिंग फाइनैंशियल कंपनियों के बीच की पारस्परिकता को देखना चाहता है।’ गौरतलब है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यस बैंक ने आईएलएंडएफएस में 2,600 करोड़ रुपये के कर्ज का खुलासा किया था। इसके साथ ही हाउसिंग फाइनैंस की कंपनियों में बैंक ने अपने कुल कर्ज का 3.2 फीसद दे रखा है जबकि एनबीएफसी में उसके कर्ज की हिस्सेदारी 2.6 फीसद है।
आईएलएंडएफएस संकट की वजह से बैंकिंग सिस्टम में नकदी की समस्या पनप रही है, जिस पर बैंकिंग और मार्केट रेग्युलेटर इस पर नजर बनाए हुए हैं। इस समूह पर करीब 91,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।
यह भी पढ़ें: मार्च 2019 तक सरकारी बैंकों को मिलेगी 42,000 करोड़ रुपये की पूंजी, दिसंबर में जारी होगी अगली किस्त