म्युचुअल फंड्स में एसआईपी के जरिए हो रहा है ज्यादा निवेश
हाल के दिनों में म्युचुअल फंड्स को लेकर लोगों की समझ बढ़ी है।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। हाल के दिनों में म्युचुअल फंड्स को लेकर लोगों की समझ बढ़ी है। ज्यादातर लोग अब रिटर्न के लिए बैंक और एफडी में निवेश करने के बजाए म्युचुअल फंड्स की ओर रूख कर रहे हैं। जुलाई 2018 के आंकड़ों पर नजर डालें तो इंडस्ट्री ने व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) के जरिए 7,554 करोड़ रुपये इकट्ठा किए हैं। यह पिछले साल की तुलना में 53 फीसद ज्यादा है।
रियल स्टेट और सोने में निवेश को लेकर रुचि घटी: एसआईपी के जरिए 2017-18 में फंड हाउसों की ओर से 67,000 करोड़ रुपये निवेश किए गए जो कि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में ज्यादा है। एक बार फिर निवेशक रियल स्टेट और सोने में निवेश को लेकर रुचि नहीं दिखा रहे हैं और ज्यादातर निवेशक म्युचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं। हालांकि, निवेशकों को अब भी एसआईपी के फायदे के बारे में जागरूक होना जरूरी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एसआईपी से पिछले वित्त वर्ष में 4,947 करोड़ रुपये एकत्रित हुए। जबकि जुलाई 2016 में 3,334 करोड़ रुपये एकत्रित किए गए। जानकारी के मुताबिक, म्युचुअल फंड में 2.33 करोड़ एसआईपी अकाउंट के जरिए नियमित निवेश किया जा रहा है। मौजूदा वित्त वर्ष में 9.92 लाख एसआईपी अकाउंट और जोड़े गए हैं।
कैसे करते हैं निवेश
मालूम हो कि, एसआईपी के जरिए निवेशक एकमुश्त निवेश के बजाए समय-समय पर छोटी राशि में निवेश करते हैं। निवेश का समय आमतौर पर साप्ताहिक, मासिक या तिमाही होता है। यह एक आरडी की तरह है जिसमें निवेशक हर महीने एक छोटी या निश्चित राशि जमा करते हैं।