कर्नाटक और कोरिया की उलझन में टूटे बाजार
कर्नाटक में त्रिशंकु नतीजों के बाद सरकार बनाने के लिए चल रहे जोड़-तोड़ से निवेशकों में भ्रम का माहौल है
नई दिल्ली (पीटीआई)। कर्नाटक में चुनावी नतीजों के बाद बनी अनिश्चितता की स्थिति और कोरियाई प्रायद्वीप में बढ़ते तनाव से निवेशकों का भरोसा डगमगाया है। बुधवार को लगातार दूसरे दिन प्रमुख शेयर बाजारों में गिरावट आई। बीएसई का सेंसेक्स 156.06 अंक लुढ़ककर 35387.88 पर बंद हुआ। बीते दिन बड़ी उठापटक के बाद सेंसेक्स 13 अंक गिरकर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 60.75 अंक गिरकर 10741.10 पर बंद हुआ।
कर्नाटक में त्रिशंकु नतीजों के बाद सरकार बनाने के लिए चल रहे जोड़-तोड़ से निवेशकों में भ्रम का माहौल है। वहीं दूसरी ओर, उत्तर कोरिया ने अचानक दक्षिण कोरिया के साथ प्रस्तावित उच्चस्तरीय वार्ता को रद कर दिया है। उसने अमेरिका के साथ बहुप्रतीक्षित वार्ता से भी पीछे हटने की धमकी दी है। इससे कोरियाई प्रायद्वीप में फिर अनिश्चितता की स्थिति बन रही है। इसका असर प्रमुख एशियाई बाजारों पर देखने को मिला।
जापान का निक्केई 0.44 फीसद, चीन का शंघाई कंपोजिट 0.71 फीसद और हांगकांग का हेंग सेंग 0.13 फीसद गिरकर बंद हुआ। प्रमुख यूरोपीय शेयर बाजार भी गिरावट में कारोबार कर रहे थे। इसका सीधा असर घरेलू शेयर बाजारों पर दिखा। दूसरी ओर, अप्रैल में भारत का व्यापार घाटा बढ़कर 13.7 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। इसने भी निवेशकों की धारणा को कमजोर किया।
क्या कहना है एक्सपर्ट का?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, ‘ग्रामीण बाजार में खर्च बढ़ने से उपभोग आधारित शेयरों में तेजी देखी गई।’ 3.28 फीसद की गिरावट के साथ आइसीआइसीआइ बैंक सेंसेक्स का टॉप लूजर रहा। सेंसेक्स की 30 में से 19 कंपनियों के शेयर गिरावट में रहे, जबकि 11 के शेयरों में फायदा हुआ।