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जानें क्यों 38000 के पार गया सेंसेक्स, विशेषज्ञ से जाने आगे की रणनीति

जानिए बाजार में आई यह तेजी आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी या नहीं और इन सबके बीच निवेशकों की क्या रणनीति होनी चाहिए

By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 09 Aug 2018 04:06 PM (IST)Updated: Thu, 09 Aug 2018 04:06 PM (IST)
जानें क्यों 38000 के पार गया सेंसेक्स, विशेषज्ञ से जाने आगे की रणनीति

नई दिल्ली (सुरभि जैन)। सेंसेक्स के पहली बार 38,000 का स्तर पार करने के बाद बाजार में बुल रन की संभावना बनती दिखाई दे रही है। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर की आशंका की वजह से जहां गुरुवार को एशियाई बाजा दबाव में सहमे हुए नजर आए वहीं भारतीय बाजार नई ऊंचाई को छूने में सफल रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स करीब 136 अंकों की उछाल के साथ 38024 पर वहीं निफ्टी 11450 के अहम स्तर के पार कर बंद हुआ है। तो क्या बाजार में आई यह तेजी आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी? इन सबके बीच निवेशकों की क्या रणनीति होनी चाहिए और तेजी के कारण जैसे सवालों को लेकर हमने कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च हेड डॉ रवि सिंह से बात की।

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सिंह का मानना है कि बाजार में आ रही तेजी के तीन बड़े कारण हैं। इनमें पहला यह है कि तमाम ग्लोबल मार्केट की तुलना में भारत में निवेश के लिहाज से कफी बेहतर स्थिति में है। सरकार की ओर से बीते चार वर्षों में अमल में लाई गईं पॉलिसी के चलते बाजार में अपट्रैंड देखने को मिल रहा है।

दूसरा कारण बाजार नियामक सेबी की ओर से इंवेस्मेंट पॉलिसी में स्पष्टकरण दिया गया है। इसके चलते निवेशकों को भरोसा घरेलू इक्विटी मार्केट में बढ़ा है।

तीसरा कारण मौजूदा समय में अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वार की आशंकाओं के चलते कमोडिटी मार्केट में ज्यादा रिटर्न की उम्मीद का नहीं होना है। सिंह ने कहा, 'कमोडिटी मार्केट में अनिश्चितता की वजह से निवेशकों का रुझान इक्विटी मार्केट की तरफ बढ़ा है, जिसकी वजह से बाजार में तेजी देखने को मिल रही है।'

वैश्विक मुद्राओं की तुलना में भारतीय रुपये में मजबूती देखने को मिल रही है। अमेरिका ने हाल में हुई फेडरल रिजर्व की बैठक में ब्याज दरें बढ़ाने का संकेत दिया है। अमेरिका, यूरोजोन और ओपेक देशों में ऑयल वार देखने को मिल रही है। जिसका प्रभाव उन देशों पर काफी देखने को मिल रहा है। ऐसे में इन देशों के निवेशकों का भरोसा अपने देश के इक्विटी बाजार को छोड़ भारत में बढ़ रहा है।   

गौरतलब है कि बाजार को घरेलू स्तर पर कंपनियों के बेहतर नतीजों से भी सपोर्ट मिला है। करीब 75 लार्ज कैप और मिड कैप कंपनियों के नतीजें बीती तिमाही की तुलना में बेहतर रहे हैं।

सिंह का मानना है कि बाजार में कुछ सेक्टर्स में तेजी देखने को मिल रही है। साथ ही उन शेयर्स में अच्छी रैली देखने को मिल रही है जिनके फंडामेंटल्स मजबूत हैं। जैसे ऑटो, फार्मा, आईटी, पीएसयू/ प्राइवेट सेक्टर्स में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल रही है। फिलहाल बाजार को देखा जाए तो केवल पावर और रियल्टी सेक्टर में नकारात्मक ग्रोथ देखी जा रही है। ऐसे में निवेशकों को इन दो सेक्टर्स दूरी बनानी चाहिए।

क्या करें निवेशक-

सिंह का मानना है कि बाजार को देखते हुए निफ्टी में और रैली आ सकती है। इसका 11700 तक का हाई जा सकता है। अगर बाजार में करेक्शन आता भी है तो 250 से 300 प्वाइंट का देखने को मिलेगा। यह नये निवेशकों और उन निवेशकों के लिए अच्छा ऑप्शन हो सकता जो बाजार की इस रैली से चूक गये थे।

बाजार में 80 फीसद तक के सेंटिमेंट्स अपट्रैंड को सपोर्ट कर रहे हैं और ऐसे में सिंह की सलाह सेक्टर स्पेसिफिक बने रहने की है। उन्होंने निवेशकों को  बैंकिंग और आईटी में बने रहने की सलाह देने के साथ ही ऑटो, फार्मा और एनर्जी शेयर्स में मुनाफावसूली करने की सलाह दी है।

सिंह ने नए निवेशकों को मिड कैप शेयर्स पर फोकस करने की सलाह ही है। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में बैंकिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।


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