डॉलर के मुकाबले 67.48 पर पहुंचा रुपया, जानिए आपको होंगे कौन से नुकसान
रुपए के कमजोर होने से अब विदेश की यात्रा आपको थोड़ी महंगी पड़ेगी क्योंकि आपको डॉलर का भुगतान करने के लिए ज्यादा भारतीय रुपए खर्च करने होंगे
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। मंगलवार के कारोबार में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 3 पैसे कमजोर होकर 67.45 के भाव पर खुला। वहीं 9 बजकर 45 मिनट पर रुपये में और कमजोरी देखी गई और यह डॉलर के मुकाबले 67.49 के स्तर पर पहुंच गया। गौरतलब है कि सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 67.42 पर बंद हुआ था, जबकि बीते दिन करीब 11 बजे के आस पास रुपया 67.38 पर कारोबार करता देखा गया था।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट: केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि डॉलर लगातार मजबूती दिखा रहा है इस वजह से रुपये में और कमजोरी देखने को मिलेगी। वहीं अगर जियो पॉलिटिकल टेंशन की स्थिति में सुधार नहीं आया तो रुपया और कमजोर हो सकता है। वहीं मानसून भी रुपये के लिहाज से बड़ी चिंता की बात है। अगर एक महीने की बात की जाए तो रुपया 68.36 के ऊपरी स्तर और 66.80 के निचले स्तर के दायरे में रह सकता है।
रुपए के कमजोर से आम आदमी को होते हैं ये 4 नुकसान:
महंगा होगा विदेश घूमना: रुपए के कमजोर होने से अब विदेश की यात्रा आपको थोड़ी महंगी पड़ेगी क्योंकि आपको डॉलर का भुगतान करने के लिए ज्यादा भारतीय रुपए खर्च करने होंगे। फर्ज कीजिए अगर आप न्यूयॉर्क की हवाई सैर के लिए 3000 डॉलर की टिकट भारत में खरीद रहे हैं तो अब आपको पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे।
विदेश में बच्चों की पढ़ाई होगी महंगी: अगर आपका बच्चा विदेश में पढ़ाई कर रहा है तो अब यह भी महंगा हो जाएगा। अब आपको पहले के मुकाबले थोड़े ज्यादा पैसे भेजने होंगे। यानी अगर डॉलर मजबूत है तो आपको ज्यादा रुपए भेजने होंगे। तो इस तरह से विदेश में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई भारतीय अभिभावकों को परेशान कर सकती है। क्रूड ऑयल
होगा महंगा तो बढ़ेगी महंगाई: डॉलर के मजबूत होने से क्रूड ऑयल भी महंगा हो जाएगा। यानि जो देश कच्चे तेल का आयात करते हैं, उन्हें अब पहले के मुकाबले (डॉलर के मुकाबले) ज्यादा रुपए खर्च करने होंगे। भारत जैसे देश के लिहाज से देखा जाए तो अगर क्रूड आयल महंगा होगा तो सीधे तौर पर महंगाई बढ़ने की संभावना बढ़ेगी।
डॉलर में होने वाले सभी पेमेंट महंगे हो जाएंगे: वहीं अगर डॉलर कमजोर होता है तो डॉलर के मुकाबले भारत जिन भी मदों में पेमेंट करता है वह भी महंगा हो जाएगा। यानी उपभोक्ताओं के लिहाज से भी यह राहत भरी खबर नहीं है।