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वालमार्ट-फ्लिपकार्ट डील के खिलाफ कैट ने सीसीआई में की अपील

वालमार्ट ने सौदे के अनुमोदन के लिए पिछले सप्ताह ही सीसीआइ में आवेदन दिया है। उसका कहना है कि सौदे से भारत में स्पर्धा पर कोई असर नहीं पड़ेगा

By Praveen DwivediEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 11:00 AM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 12:31 PM (IST)

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। हालिया वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे के खिलाफ व्यापारी संगठन लामबंद होने लगे हैं। ऑल इंडिया ऑनलाइन वेंडर्स एसोसिएशन (एआइओवीए) ने फ्लिपकार्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ सीसीआइ में चुनौती दी है। संगठन ने कहा है कि कंपनी फ्लिपकार्ट के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपनी मजबूत स्थिति का बेजा फायदा उठाने की कोशिश कर रही है।

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वहीं, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने सौदे को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआइ) में चुनौती देने का फैसला किया है। संगठन का कहना है कि सौदे से कारोबार में गैर-बराबरी का माहौल पैदा होगा, और बड़े पैमाने पर नौकरियां जाएंगी। हालांकि फ्लिपकार्ट ने इन आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया है। इस डील का विरोध करते हुए कैट ने वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु को एक पत्र लिखा है और यह पूछा है कि सरकार ने सौदे की जांच के लिए क्या कदम उठाए हैं।

गौरतलब है कि अमेरिका की रिटेल दिग्गज वालमार्ट ने भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट में 77 फीसद हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीदने संबंधी सौदा किया है। वालमार्ट ने सौदे के अनुमोदन के लिए पिछले सप्ताह ही सीसीआइ में आवेदन दिया है। उसका कहना है कि सौदे से भारत में स्पर्धा पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने सोमवार को कहा कि इस प्रस्तावित सौदे में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) नीति, साइबर सुरक्षा, रिटेल कारोबार में प्रवेश करने के लिए ई-कॉमर्स के प्रयोग की आशंकाएं जैसे कई पहलू जुड़े हुए हैं।


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