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त्योहारी सीजन से पहले बाजार में लगातार पूंजी गंवा रहे निवेशक, दिसंबर 2017 के स्तर पर पहुंचा सेंसेक्स

हालांकि आखिरी घंटों में बाजार में निचले स्तर से मामूली रिकवरी हुई और सेंसेक्स 287.15 अंक टूटकर 33,847.23 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 10200 से नीचे फिसलते हुए 10,146.80 पर बंद हुआ।

By Abhishek ParasharEdited By: Published: Tue, 23 Oct 2018 03:34 PM (IST)Updated: Tue, 23 Oct 2018 03:34 PM (IST)
त्योहारी सीजन से पहले बाजार में लगातार पूंजी गंवा रहे निवेशक, दिसंबर 2017 के स्तर पर पहुंचा सेंसेक्स

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। त्योहारी सीजन के बीच निवेशक लगातार शेयर बाजार में अपनी पूंजी गंवा रहे हैं। मंगलवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स सेंसेक्स करीब 400 अंक लुढ़कते हुए 34,000 के नीचे चला गया। पिछले साल दिसंबर के आखिर में सेंसेक्स ने 34,000 का स्तर पार किया था। 

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पिछले दो दिनों के कारोबार को मिलाकर देखा जाए तो इस दौरान सेंसेक्स करीब 600 अंकों की गिरावट आई है और निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। विशेषज्ञों की माने तो आने वाले दिनों बाजार की चाल में किसी तरह के सुधार की गुंडाइश नहीं नजर आ रही है। वहीं नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी करीब डेढ़ फीसद की कमजोरी के साथ 10,200 के नीचे फिसल गया।

हालांकि आखिरी घंटों में बाजार में निचले स्तर से मामूली रिकवरी हुई और सेंसेक्स 287.15 अंक टूटकर 33,847.23 पर बंद हुआ वहीं निफ्टी 10200 से नीचे फिसलते हुए 10,146.80 पर बंद हुआ।

निफ्टी में 22 शेयर हरे निशान में जबकि 28 शेयर लाल निशान में बंद हुए।

कंपनियों के नतीजों से नहीं मिल रहा सपोर्ट बाजार को कंपनियों की आय के नतीजों से कोई मजूबती नहीं मिल रही है। नियर टर्म में बाजार के लिए कंपनियों के आय का नतीजा ही सबसे अहम ट्रिगर था, लेकिन उसे इसका सपोर्ट मिलता नजर नहीं आ रहा है।

आज अडानी पोर्ट्स, अंबुजा सीमेंट्स, बजाज फाइनैंस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, आरबीएल और टीवीएस मोटर के नतीजे आएंगे। वहीं हफ्ते के दौरान विप्रो, भारती एयरटेल, बजाज ऑटो, कोटक और आईटीसी के नतीजे आने हैं।

वैश्विक कारणों से भी राहत नहीं सऊदी अरब के कूटनीतिक तनाव के कारण वैश्विक ट्रेड के प्रभावित होने की आशंका के बीच एशियाई बाजार मंगलवार को कमजोरी के साथ खुले। 

एशियाई बाजारों में हुई बिकवाली की वजह से भारतीय बाजार दबाव में खुले और सेंसेक्स देखते ही देखते करीब 400 अंक टूटकर 34,000 के नीचे जा पहुंचा।

NBFC के लिए बड़ी चुनौती आईएलएंडएफएस के डिफॉल्ट के बाद भारतीय नॉन बैंकिंग फाइनैंशियल कंपनियों (एनबीएफसी) के लिए अगले तीन महीने बेहद चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं।

सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर से दिसंबर के दौरान 1.46 लाख करोड़ रुपये का भुगतान एनबीएफसी कंपनियों को करना है। कैपिटल मार्केट की स्थिति को देखते हुए यह बेहद चुनौतीपूर्ण स्थिति मानी जा रही है, जिससे आने वाले दिनों बाजार की चाल तय होगी।

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