कंपनियों के नतीजों से तय होगी बाजार की चाल
घरेलू शेयर बाजार के लिए आगे बढ़ने का अगला मौका कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे आने पर मिलेगा। इन नतीजों की शुरुआत शुक्रवार को इंफोसिस से होगी।
बाजार की चौकस चाल और किसी हैरानी भरे सकारात्मक कदम की अनुपस्थिति के चलते बाजार बीते छह हफ्तों की सबसे तेज गिरावट के साथ बंद हुआ। घरेलू स्तर पर इस सप्ताह भी बाजार को प्रोत्साहन देने वाली खबर की उम्मीद नहीं है।
लिहाजा बाजार के कारोबार में उठापटक बनी रहने की आशंका है और यह सप्ताह भी कमजोर बना रह सकता है। इस हफ्ते दो दिन गुरुवार को बाबा साहेब आंबेडकर के जन्मदिन के अवसर पर और शुक्रवार को रामनवमी के चलते बाजार बंद रहेगा।
घरेलू शेयर बाजार के लिए आगे बढ़ने का अगला मौका कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे आने पर मिलेगा। इन नतीजों की शुरुआत शुक्रवार को इंफोसिस से होगी। आइटी कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों से
भी किसी खास उत्साह की उम्मीद नहीं है। हालांकि इनमें स्थिरता बनी रह सकती है।
चेन्नई में बाढ़ जैसी स्थिति बनने के बाद दिसंबर तिमाही में जिन आइटी कंपनियों के मार्जिन में कमी आई थी उनमें इस बार सुधार की उम्मीद है। साथ ही रुपये की कीमत में डॉलर के मुकाबले दो फीसद की गिरावट का
लाभ भी आइटी कंपनियों को मिलेगा। माना जा रहा है कि मार्च तिमाही की समाप्ति पर आने वाले नतीजे और मैनेजमेंट की तरफ से मिलने वाली गाइडेंस चालू वित्त वर्ष के नतीजों में सुधार के संकेत देगी। अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर रेपो रेट में कमी से उम्मीदें बढ़ी हैं। नकदी बढ़ाने के रिजर्व बैंक की तरफ से उठाए गए कदमों से अब ब्याज दरों में कमी की संभावना दिखने लगी है। मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ में बीते दो महीने से सुधार की स्थिति बनी है।
पिछले दस साल में मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ में औसतन फरवरी मार्च में 0.6 प्वाइंट की कमी आई है। ऐसी स्थिति में जब सब लोग अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद छोड़ रहे हैं, इस तरह के संकेत काफी महत्वपूर्ण हैं। बाजार के लिए भविष्य में इस तरह के संकेत सकारात्मक रहेंगे। रुपये की कीमत में स्थिरता, महंगाई की निचली दर और कम होती कीमतें उत्साहजनक संकेत दे रही हैं। इस बात की भी काफी मजबूत संभावना है कि चालू वित्त वर्ष में कंपनियों की विकास दर 15 फीसद के आसपास रहे। थोक महंगाई की दर के आंकड़े इस बार 14 और 15 अप्रैल को छुट्टी होने के चलते अगले सोमवार को आएंगे।
संदीप पारवाल
एमडी, एसपीए कैपिटल्स