सरकारी गोल्ड बॉन्ड में निवेश का है आज आखिरी दिन, यह है पूरी प्रक्रिया
आज शुक्रवार को इसके पहले चरण में निवेश करने का आखिरी दिन है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का पहला चरण 3 जून को खोला गया था। ये बॉन्ड 11 जून को जारी किये जाएंगे।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अगर आप सोने में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए सरकारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने का अच्छा मौका है। भारतीय रिजर्व बैंक की सलाह पर सरकार ने इस साल के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) स्कीम लांच कर दी है। आज शुक्रवार को इसके पहले चरण में निवेश करने का आखिरी दिन है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का पहला चरण 3 जून को खुला था और आज यानी 7 जून को बंद हो जाएगा। ये बॉन्ड निवेशकों को 11 जून को जारी किये जाएंगे।
एक ग्राम सोने की कीमत 3,196 रुपये
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के इस पहले चरण के लिए एक ग्राम सोने का मूल्य 3,196 रुपये रखा गया है। वहीं ऑनलाइन पेमेंट करने पर सरकार इसमें 50 रुपये की छूट भी देगी। इस तरह आप 3,146 रुपये प्रति ग्राम के हिसाब से यहां निवेश कर सकते हैं।
यहां से खरीद सकते हैं बॉन्ड
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की बिक्री अनुसूचित वाणिज्य बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और कुछ डाकघरों पर की जा रही है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्टॉक एक्सजेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) जैसे एक्सचेंजों से भी यह बॉन्ड खरीदा जा सकता है।
चार चरणों में होगी बिक्री
आरबीआई चार चरणों में सॉवरेन स्वर्ण बॉन्ड की बिक्री करेगा। इसमें सबसे पहले चरण के तहत बिक्री आज समाप्त हो रही है। दुसरे चरण की बिक्री 8 से 12 जुलाई के बीच होगी। इस चरण के बॉन्ड 16 जुलाई को जारी होंगे। इसके बाद तीसरे चरण की बिक्री 5 से 9 अगस्त के बीच होगी। इस चरण के बॉन्ड 14 अगस्त को जारी होंगे। वहीं चौथे चरण की बिक्री 9 से 13 सितंबर के बीच होगी और बॉन्ड 17 सितंबर को जारी होंगे।
इसलिए खास है यह सरकारी गोल्ड बॉन्ड
इस सरकारी गोल्ड बॉन्ड में एक ग्राम सोने के बराबर का बॉन्ड भी खरीद सकते हैं। वहीं एक वित्त वर्ष में एक व्यक्ति द्वारा अधिकतम 500 ग्राम सोने का बॉन्ड खरीदा जा सकता है। व्यक्तिगत तौर पर कुल बॉन्ड खरीदने की लिमिट 4 किलो हैं तो कोई ट्रस्ट या संगठन 20 किलोग्राम तक खरीद सकता है। इस योजना की परिपक्वता अवधि 8 साल होती है वहीं निवेश करने वाला व्यक्ति या ट्रस्ट इस बॉन्ड को किसी को ट्रांसफर भी कर सकता है। इस योजना के तहत 5 साल से पहले बॉन्ड बाहर नहीं निकाला जा सकता। सरकार द्वारा सोने की मांग में कमी लाने और घरेलू बचत के लिए सोना खरीदने वालों को वित्तीय बचत में लाने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई है।
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