सकारात्मक रुख के साथ उठापटक की उम्मीद
बाजार बीते सप्ताह तीन फीसद की बढ़त के साथ बंद हुआ। माना जा रहा है कि आगामी बजट दबाव वाले क्षेत्रों के लिए मददगार साबित होगा। कृषि, बैंकिंग जैसे क्षेत्रों के लिए बजट में विशेष उपाय हो सकते हैं। इसके अलावा राजकोषीय संतुलन बनाने के प्रयास भी बजट का हिस्सा
बाजार बीते सप्ताह तीन फीसद की बढ़त के साथ बंद हुआ। माना जा रहा है कि आगामी बजट दबाव वाले क्षेत्रों के लिए मददगार साबित होगा। कृषि, बैंकिंग जैसे क्षेत्रों के लिए बजट में विशेष उपाय हो सकते हैं। इसके अलावा राजकोषीय संतुलन बनाने के प्रयास भी बजट का हिस्सा बनेंगे। बुनियादी ढांचागत उद्योग क्षेत्र पर खर्च सरकार की प्राथमिकता में रहेगा। इन सब उम्मीदों के चलते इस सप्ताह भी बाजार में सकारात्मक रुख बने रहने की संभावना है।
इस महीने की 23 तारीख से शुरू हो रहा संसद का बजट सत्र का शुरुआती सप्ताह हंगामेदार रहने की उम्मीद है। चूंकि यह सप्ताह वायदा कारोबार निपटाने का सप्ताह है, लिहाजा बाजार में उठापटक बनी रह सकती है। वित्तीय क्षेत्र से नतीजों में गड़बड़ी के चलते अब कंपनियों के प्रदर्शन में सुधार की उम्मीद वित्त वर्ष 2016 की चौथी तिमाही तक टल गई है। तीसरी तिमाही में कुछ सुधार के संकेत तो मिले हैं। लेकिन बेस मेटल जैसे क्षेत्रों के अभी भी दबाव में बने रहने की
आशंका है। हालांकि अब इनमें और गिरावट
की गुंजाइश नहीं बची है।
रेल बजट का अधिकांश फोकस कनेक्टिविटी, इलेक्ट्रिफिकेशन और सेवाओं में सुधार पर होगा। रेल बजट इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह देखना होगा कि रेलवे में निवेश का चक्र शुरू करने के प्रयास किस हद तक किए जाते हैं। साथ ही देश के परिवहन क्षेत्र में किस तरह के बदलाव इस बजट के जरिये रेल मंत्री प्रस्तुत करते हैं, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। रेल बजट के तहत और बाहर दोनों तरफ से कई महत्वपूर्ण प्रयास रेल मंत्री करते दिख सकते हैं। बाजार
कारोबारियों की नजर डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के अमल की प्रगति और उसके विस्तार की घोषणा पर रहेगी। संयुक्त राज्य अमेरिका से कच्चे तेल की इंवेंट्री के आंकड़े बुधवार को जारी होंगे। इसी तरह अमेरिका से ही गुरुवार को बेरोजगारी का आंकड़ा और शुक्रवार को प्राथमिक जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) आंकड़े जारी होंगे।
संदीप पारवाल
एमडी, एसपीए कैपिटल्स