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स्टार्ट-अप कंपनियों ने पहली तिमाही में जुटाए करीब 90,000 करोड़

इन कंपनियों ने जनवरी- मार्च में 30000 करोड़ रुपये जुटाए थे। 2021 में 528 स्टार्ट-अप कंपनियों ने जनवरी-मार्च 2022 में 90400 करोड़ रुपये जुटाए थे। सरकार की कोशिश से कंपनियों में निवेशक ज्‍यादा दिलचस्‍पी ले रहे हैं ।

By Ashish DeepEdited By: Published: Sat, 02 Apr 2022 12:04 PM (IST)Updated: Sat, 02 Apr 2022 12:04 PM (IST)
स्टार्ट-अप कंपनियों ने पहली तिमाही में जुटाए करीब 90,000 करोड़
स्‍टार्टअप कंपनियों को अच्‍छा निवेश मिल रहा है। (Pti)

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्‍क । भारतीय स्टार्ट-अप कंपनियों ने बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही यानी जनवरी-मार्च, 2022 के दौरान विदेशी बाजारों से 12 अरब डालर यानी करीब 90,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में इन कंपनियों ने चार अरब डालर यानी करीब 30,000 करोड़ रुपये जुटाए थे।

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528 स्टार्ट-अप कंपनियों ने कुल 12.06 अरब डालर जुटाए

डेटा ट्रैकिंग प्लेटफार्म फिनट्रैकर के अनुसार जनवरी-मार्च, 2022 में 528 स्टार्ट-अप कंपनियों ने कुल 12.06 अरब डालर यानी लगभग 90,400 करोड़ रुपये जुटाए। फिनट्रैकर के मुताबिक इनमें से 324 स्टार्ट-अप कंपनियों ने प्रथम चरण में और 123 ने अपने विकास के विभिन्न चरणों में पूंजी जुटाई ।

दिसंबर तक 82 यूनिकार्न स्टार्ट-अप कंपनियां

फिनट्रैकर का कहना है कि बीते वर्ष दिसंबर के आंकड़ों के अनुसार देश में 82 यूनिकार्न स्टार्ट-अप कंपनियां (100 करोड़ डालर से अधिक मूल्य वाली) थीं। फिनट्रैकर का कहना है कि उन्‍होंने वर्ष 2014 से दिसंबर , 2021 के दौरान कुल 38.40 अरब डालर (वर्तमान भाव पर 2.88 लाख करोड़ रुपये) जुटाए हैं। हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने इसी वर्ष कहा था कि स्टार्ट-अप कंपनियों की संख्या के मामले में भारत अब अमेरिका और चीन के बाद तीसरा सबसे बड़ा देश है ।

फंड जुटाने के कुल 347 सौदे किए

पीडब्ल्यूसी इंडिया के एक आंकड़े के अनुसार पिछले वर्ष स्टार्ट-अप कंपनियों ने रिकार्ड 10.9 अरब डालर (81,750 करोड़ रुपये) तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर, 2021) में जुटाए। इन कंपनियों ने उस तिमाही में फंड जुटाने के कुल 347 सौदे किए। इस बीच , हाल की एक दूसरी रिपोर्ट का कहना है कि स्टार्ट-अप कंपनियां जिस गति से पूंजी जुटा रही हैं, उसे देखते हुए इस वर्ष ही भारत में 100 से अधिक और यूनीकार्न हो जाएंगे । पिछले पांच वर्षो में साफ्टवेयर एज ए सर्विस (एसएएएस) कंपनियों की संख्या भी दोगुना हो गई है । ( आइएएनएस इनपुट के साथ )


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