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जीएसटी की उम्मीद में बाजार

वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) कानून के लिए विपक्ष के नेताओं तक केंद्र की पहुंच ने बाजार की उम्मीदों को एक बार फिर पंख लगा दिए हैं। नतीजतन सेंसेक्स और निफ्टी बीते सप्ताह करीब एक फीसद ऊपर बंद हुए। जीएसटी लागू होने से न केवल मैन्यूफैक्चंरग क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा,

By Babita KashyapEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2015 11:06 AM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2015 11:11 AM (IST)
जीएसटी की उम्मीद में बाजार

वस्तु व सेवा कर (जीएसटी) कानून के लिए विपक्ष के नेताओं तक केंद्र की पहुंच ने बाजार की उम्मीदों को एक बार फिर पंख लगा दिए हैं। नतीजतन सेंसेक्स और निफ्टी बीते सप्ताह करीब एक फीसद ऊपर बंद हुए। जीएसटी लागू होने से न केवल मैन्यूफैक्चंरग क्षेत्र को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि राजकोषीय घाटे पर सातवें वेतन आयोग से पडऩे वाले दबाव की भी भरपाई करेगा। इसके लागू होने के बाद देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एक फीसद वृद्धि की उम्मीद लगाई जा रही है। वहीं, वेतन आयोग की सिफारिशों से जीडीपी पर 0.65 फीसद का बोझ पड़ेगा।

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बाजार वेतन आयोग की सिफारिशों को सकारात्मक नजरिये से देख रहा है। सरकारी कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी का घरेलू खपत पर असर पड़ेगा। इससे ऑटोमोबाइल खासतौर पर फोर व्हीलर, कंज्यूमर ड्यूरेबल और रीयल एस्टेट क्षेत्र में मांग बढऩे की उम्मीद है। फिलहाल कंज्यूमर ड्यूरेबल और रीयल एस्टेट में मांग स्थिर बनी हुई है। मगर वेतन आयोग की सिफारिशें अमल में आने के बाद सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाली अतिरिक्त धनराशि इन दोनों क्षेत्रों में खर्च हो सकती है। केंद्र के बाद राज्य सरकारें भी अपने कर्मचारियों के वेतन के संबंध में इसी तरह के कदम उठाएंगी। इससे राज्यों में भी इन क्षेत्रों में मांग बढ़ेगी।

सोमवार को ही रिजर्व बैंक मौद्रिक व कर्ज नीति की दोमाही समीक्षा कर रहा है। माना जा रहा है कि ब्याज दरों में केंद्रीय बैंक स्थिति यथावत बनाए रखेगा। जिस तरह के खुदरा महंगाई दर का रुख बना हुआ है, उससे आगे चलकर ब्याज दरों में और कमी की उम्मीद बनती है। इसे देखते हुए रिजर्व बैंक नए साल के शुरू में एक बार फिर ब्याज दर में कटौती कर सकता है। घरेलू अर्थव्यवस्था की तस्वीर सोमवार को और स्पष्ट हो जाएगी, जब सरकार दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े जारी करेगी। दूसरी तिमाही में जीडीपी में 7.1 फीसद की वृद्धि की उम्मीद लगाई जा रही है। मंगलवार को नवंबर का मैन्यूफैक्र्चंरग पीएमआइ जारी होगा। जबकि सेवा क्षेत्र के पीएमआइ आंकड़े गुरुवार को जारी होंगे। सोमवार को ऑटोमोबाइल कंपनियां अपने बिक्री आंकड़े जारी करेंगी। इसलिए इनके शेयरों पर बाजार की नजर रहेगी।

ग्लोबल संकेतों के लिहाज से देखें तो अमेरिका में घरों की बिक्री के आंकड़े सोमवार को जारी होंगे। इसी दिन चीन का पीएमआइ डाटा आएगा। ओपेक की बैठक वियना में शुक्रवार को होनी है। सबकी नजर इस पर लगी है कि क्या इस बैठक में ओपेक तेल उत्पादन में कमी का फैसला लेता है या नहीं।

संदीप पारवाल, एमडी

एसपीए कैपिटल्स


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