EPFO अंशधारकों को साल 2018-19 के लिए मिलेगा 8.65 फीसद की दर से ब्याज, अधिसूचना हुई जारी
अब EPFO अपने 136 फील्ड ऑफिस को निर्देश देगा कि वह सब्सक्राइबर्स के खाते में ब्याज जमा करे और विथड्रावल क्लेम भी इसी दर पर निपटाए।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के अंशधारकों को साल 2018-19 के लिए बढ़ी हुई दर से ब्याज मिलेगा। सरकार ने साल 2018-19 के लिये कर्मचारी भविष्य निधि पर 8.65 फीसद ब्याज को मंजूरी दे दी है। न्यूज एजेंसी पीटीआइ को सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार, बढ़ी हुई ब्याज दर ईपीएफओ के छह करोड़ से ज्यादा अंशधारकों के अकाउंट में डाली जाएगी। अभी तक ईपीएफओ 8.55 फीसद की ब्याज दर पर निकासी दावों का निपटान कर रहा था।
इससे पहले श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा था कि कर्मचारी भविष्य निधि जल्द ही अपने 6 करोड़ सब्सक्राइबर्स के खाते में साल 2018-19 का ब्याज डालेगा। गंगवार ने मंगलवार को कहा था कि 6 करोड़ EPFO सब्सक्राइबर्स के खाते में 2018-19 के लिए 8.65 फीसद के हिसाब से ब्याज मिलेगा। वहीं, पिछले महीने श्रम मंत्री ने कहा था कि श्रम मंत्रालय 2018-19 के लिए जल्द ही 8.65 फीसद का ब्याज अधिसूचित करेगा क्योंकि वित्त मंत्रालय ने इस पर अपनी असहमति जाहिर नहीं की है।
पिछले महीने फिक्की के एक कार्यक्रम से इतर गंगवार ने कहा था कि EPF पर 2018-19 के लिए 8.65 ब्याज दर पर वित्त मंत्रालय असहमत नहीं है। मुझे भरोसा है कि इसे जल्द ही अधिसूचित किया जाएगा।
6 करोड़ सब्सक्राइबर्स के EPF खाते में ब्याज जमा करना के लिए EPFO को श्रम मंत्रालय के नोटिफिकेशन की जरूरत होती है। नई ब्याज दरें अधिसूचित होने के बाद अब ईपीएफओ इस दर पर विथड्रावल क्लेम निपटा पाएगा। इससे पहले श्रम मंत्री की अध्यक्षता वाली कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के लिए निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई, केंद्रीय न्यासी बोर्ड (CBT) ने 2018-19 के लिए 8.65 फीसद ब्याज देने का निर्णय किया था।
अब तक EPFO विथड्रावल क्लेम 8.55 फीसद की ब्याज दर पर निपटा रहा है। आपको बता दें कि 2017-18 के लिए EPF पर 8.55 फीसद की ब्याज दर तय की गई थी। अब EPFO अपने 136 फील्ड ऑफिस को निर्देश देगा कि वह सब्सक्राइबर्स के खाते में ब्याज जमा करे और विथड्रावल क्लेम भी इसी दर पर निपटाए।